बर्लिन: पुरातत्वविदों को नदी की गहराई में सिक्कों का ऐसा ढेर मिला है, जिसे देखकर वो हैरान हैं. माना जा रहा है कि ये सिक्के 1800 साल पहले नदी में दफनाए गए थे. जर्मनी के ऑग्सबर्ग में पुरातत्वविदों ने इन सिक्कों की खोज की है.


नदी की गहराई में मिला सिक्कों का ढेर


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लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरातत्वविदों को इस साल की शुरुआत में एक पुरानी नदी की गहराई में यह ढेर मिला था. एक गड्ढे में सिक्के बिखरे हुए थे इसलिए यह पता नहीं लग सका कि मूल रूप से इन्हें कैसे रखा गया होगा. ऑग्सबर्ग शहर की पुरातत्व सेवा के निदेशक सेबस्टियन गैरहोस ने इस ढेर की खुदाई की थी. पुरातत्वविदों ने बताया कि सिक्कों के ढेर के पास कोई अन्य कलाकृति नहीं मिली है. 


तीसरी शताब्दी के सिक्के 


जर्मनी में टुबिंगन विश्वविद्यालय में प्राचीन मुद्राशास्त्र के प्रोफेसर स्टीफेन क्रमनिसेक ने बताया कि ये सिक्के 'डेनरी' हैं जो पहली से तीसरी शताब्दी के दौरान मानक चांदी का मूल्यवर्ग था. सिक्कों को लेकर क्रमनिसेक ने कहा कि छिपाने की जगह शायद कई सदियों बाद वर्टच नदी की बाढ़ में बह गई होगी जिसकी वजह से सिक्के नदी में बिखर गए.


उन्होंने कहा कि हमने अभी सिक्कों की सफाई और रिसर्च शुरू की है, लेकिन अब तक जो बातें सामने आई हैं, उससे लगता है कि इस ढेर का सबसे नया सिक्का तीसरी शताब्दी की शुरुआत में ढाला गया था. इसका मतलब है कि यह ढेर तीसरी शताब्दी के दौरान जमा किया गया होगा. फिलहाल हम अनुमान लगा रहे हैं कि इस ढेर को तीसरी शताब्दी की शुरुआत में रोमन शहर ऑगस्टा विन्डेलिकम के बाहर दफनाया गया होगा.


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क्यों दफनाया गया था?


सिक्कों के दफन के समय, रोमन साम्राज्य पूरे जोरों पर था. इसके सिक्के साम्राज्य के कोने-कोने तक और बाहरी इलाकों तक भी पहुंच रहे थे.  क्रमनिसेक ने बताया कि उस समय ऑगस्टा विन्डेलिकम रोमन प्रांत रतिया की राजधानी थी. हालांकि इन सिक्कों को क्यों दफनाया गया, इसका पता नहीं लग पाया है. हम इसे सुलझाने की कोशिश की जा रही है.