Quakes on Red Planet: दूसरे ग्रहों पर जीवन के अस्तित्व और खोज लेकर वैज्ञानिक हमेशा से जिज्ञासु रहे हैं. इसे लेकर कई देशों के रिसर्चर लगातार शोध करते आ रहे हैं. मंगल ग्रह के बारे में कहा जाता है कि यह अंदर से मर चुका है लेकिन वैज्ञानिकों ने मंगल पर ऐसी हलचल दर्ज की है जिससे अनुमान लगाया गया है कि इसके केंद्र में अभी भी खौलता लावा मौजूद हो सकता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि सालों पहले यहां ज्वालामुखी विस्फोट हुआ करते थे, लेकिन अब लंबा असरा हो गया है पर यहां को कोई विस्फोट दर्ज नहीं किया है. मंगल ग्रह से जुड़े रिसर्चर ने यहां मैग्मा होने की बात कही है. 


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ऐसे हुई भूकंपों की स्टडी


नासा (NASA) के वैज्ञानिकों ने इनसाइट लैंडर मिशन की मदद से कुछ डेटा एकत्र किए. इस डेटा के जरिए 20 से ज्यादा भूकंपीय घटनाओं का अध्ययन किया गया. इस शोध के परिणाम को देखते हुए स्विट्जरलैंड में ईटीएच ज्यूरिख के साइमन स्टाहलर (Simon Stahler) और सेर्बरस फॉसे (Cerberus Fossae) ने ये  दावा किया कि मंगल ग्रह के नीचे लावा मौजूद हो सकता है. आपको बता दें कि इनसाइट 2018 में मंगल ग्रह पर उतारा गया था. इनसाइट लैंडर काम था कि वह मंगल ग्रह के भूकंपीय तरंगों का अध्ययन करता है. इसके साथ वह ग्रह की अन्य हलचलों पर भी ध्यान देता है. 



इनसाइट से मिला बड़ा इंर्फोमेशन


साल 2018 के बाद से इनसाइट ने मंगल ग्रह पर होने वाले कई भूकंपों को मेजर किया है. वैज्ञानिकों ने लो फ्रिक्वेसिंग को ज्वालामुखी सेटिंग्स से जोड़कर देखा है. सैटेलाइट की कुछ तस्वीरों ने वैज्ञानिकों के अनुमान को थोड़ी पुष्टि देने काम किया. सैटेलाइट की तस्वीरों से शोधकर्ताओं के उस दावे को मजबूती मिलती है जिसमें वह लाल ग्रह पर गर्म पदार्थ या मैग्मा चैंबर होने की बात करते हैं.


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