नई दिल्ली : समाजसेवी, कवियित्री और भारत में लड़कियों को शिक्षा मुहैया कराने के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभानेवाली सावित्रीबाई फुले के सम्मान में दिग्गज कंपनी गूगल ने मंगलवार को अपना डूडल उन्हें समर्पित किया है।


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सावित्रीबाई ने अपने पति एवं महान समाज सुधारक ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर देश का पहला महिला स्कूल स्थापित किया और वह पहली महिला शिक्षिका बनीं। शिक्षिका होने के अलावा सावित्रीबाई मराठी भाषा की मशहूर कवियित्री भी थीं। डूडल में सावित्रीबाई को अपने आंचल में लड़कियों को समेटे हुए दिखया गया है। इसकी वजह यह है कि उन्होंने समाज के तमाम विरोध के बावजूद लड़कियों की शिक्षा के लिए सतत काम किया। वर्ष 1853 में सावित्रीबाई और उनके पति ने मिलकर एक एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना की, जिसने सभी वर्गों की लड़कियों और महिलाओं के लिए आसपास के गांवों में कई स्कूल खोले।


समाज में विधवाओं की दयनीय स्थिति को देखकर उन्होंने 1854 में विधवा आश्रम भी खोला था। सावित्रीबाई को ब्रितानी सरकार की ओर से सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका भी घोषित किया गया था।