Why Do Horses Sleep So Little: नींद जब आती है तो उसके सामने कुछ भी प्यारा नहीं लगता है. फिर तो सारी दुनिया एक तरफ और नींद एक तरफ. लेकिन घोड़े के साथ कुछ अलग ही सीन है. घोड़ा सोता ही नहीं है! आखिर ऐसा क्या है जिसकी वजह से घोड़ा सोता ही नहीं है. इसके पीछे एक साइंटिफिक कारण है जिसके बारे में हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं. 


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घोड़ों का देश-दुनिया में अपना अलग रोल है. भारत में घोड़ों का इस्तेमाल माल ढुलाई और घुड़सवारी से लेकर सेना पुलिस में किया जाता है. मतलब देश की रक्षा के लिए भी घोड़ों का इस्तेमाल किया जाता है. तो आज हम घोड़े की नींद को लेकर बात कर रहे हैं. आपने कभी देखा होगा तो घोड़े को बैठे हुए नहीं देखा होगा. वह हमेशा तैयार की पॉजिशन में ही होता है. ऐसा बिलकुल नहीं है कि घोड़ा बैठता ही नहीं है. जब वह कमजोर या फिर बीमार होता है तो वह बैठता भी है. 


घोड़े के न बैठने के पीछे एक और कारण है कि अगर घोड़ा बैठ जाएगा तो उसके फेंफड़ों को पूरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाएगी और यह उसके लिए घातक हो सकता है. इसीलिए वह खड़ा ही रहता है. यह एक कारण भी है जो घोड़े को खड़े रहने के लिए प्रोत्साहित करता है. 


घोड़ा पूरे 24 घंटे में 30 से 40 मिनट ही सोता हैं. सबसे खास बात ये है कि इस 30-40 मिनट की नींद को वह कई बार में लेता है. वह अपनी नींद भी खड़े होकर ही पूरी करता है. घोड़ा अत्याधिक उर्जा तथा ताकतवर होता है. इसी उर्जा की वजह से उसे बहुत कम नींद की जरूरत होती है. इसलिए वह सिर्फ इतना सोता है. आपने अगर घोड़े के पैरों की बनावट पर ध्यान दिया हो तो देखा होगा कि वह एकदम तने हुए होते हैं. इसके लिए घोड़े के पैरों की मांसपेशियां और उसकी शारीरिक बनावट भी काफी कारगार साबित होती हैं. इसी वजह से वह खड़े खड़े सो भी पाता है.


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