Solar System Interesting Facts: सौर मंडल के सबसे दबंग ग्रहों में एक माने जाने वाले शनि ग्रह के बारे में कई जानकारियां हैं जो एकदम हैरान कर देंगी. शनि की टोपी के नाम से मशहूर इस ग्रह के छल्ले के बारे में कई चीजें हैं जिन्हें जानना बेहद इंट्रेस्टिंग हो सकता है, मसलन शनि के छल्ले में और धरती में एक बात बेहद कॉमन है. धरती की तरह इस छल्ले में भी पानी बहुतायत मात्रा में उपलब्ध है. माना जाता है कि सैटर्न रिंग में 90% से अधिक पानी है. 


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इस महान वैज्ञानिक ने ढूंढा था सैटर्न रिंग 
शनि के छल्ले (Saturn Ring) को ढूंढ़ने का श्रेय महान वैज्ञानिक गैलीलियो को जाता है. कहा जाता है कि उन्होंने 1610 ईस्वी में सबसे पहले शनि के छल्ले को अपने टेलिस्कोप के सहारे से देखा था. उन्होंने ड्यूक ऑफ़ टस्कनी को अपने खोज के बारे में बताते हुए लिखा था कि शनि ग्रह अकेला नहीं है, वहां तीन चीजें हैं जो लगभग एक दूसरे को छूती हैं पर अपनी जगह नहीं बदलती हैं." उन्होंने शनि के छल्ले को शनि का कान बताया था. शनि के छ्ल्ले सौर मंडल में सबसे विस्तृत रिंग सिस्टम हैं. वे छोटे-छोटे पार्टिकल से बने हुए हैं. 
हजारों लाखों साल पुराना है शनि का छल्ला 
1675 में जिओवानी डोमिनिको कासिनी ने बताया कि शनि का छल्ला (Saturn Ring) बेहद पुराना है. इसकी उम्र एक करोड़ साल से लेकर दस करोड़ साल तक हो सकती है. कासिनी ने यह भी बताया था कि शनि के आस-पास केवल एक रिंग नहीं है बल्कि यह कई छोटे-छोटे रिंग से बना हुआ है और इन छोटे रिंग के बीच में पर्याप्त दूरी है. यह दूरी अमूमन लगभग 4,800 किमी है.