Alzheimer Disease Reason: बूढ़े लोग आमतौर पर कहते हैं कि अब उनकी याददाश्त में कमी आ गई है. वो याद करने की कोशिश करते हैं लेकिन कुछ याद नहीं रहता. इसके साथ ही बोल पाने में भी परेशानी होती है. इस तरह की समस्या के बारे में मेडिकल साइंस ने अल्जाइमर का नाम दिया है. सवाल यह है कि अल्जाइमर के पीछे की वजह क्या है. आखिर दिमाग में वो कौन सा केमिकल लोचा होता है जिसकी वजह से भूलने की बीमारी लग जाती है.


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अमाइलोएड प्रोटीन और ब्रेन सेल्स में कनेक्शन


अमाइलोएड प्रोटीन और न्यूरांस के बीच कनेक्शन को अल्जाइमर की बड़ी वजह माना जाता है. इसके बारे में अब तक यह माना जाता था कि मष्तिष्क के अंदर ही तनाव या सूजन की वजह से ब्रेन सेल्स प्रभावी तरीके से काम नहीं करती हैं. हाल के वर्षों में अल्जाइमर और पार्किसंन का सामना करने रहे मरीजों के ब्रेन की ऑटोप्सी के बाद पाया गया कि कुछ फंगस जिम्मेदार हैं. इसके बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि अल्जाइमर के लिए आंतरिक की जगह बाहरी कारक ज्यादा जिम्मेदार हैं.


चूहे पर अध्ययन
​सामान्य तौर पर अल्जाइमर के लिए मष्तिष्क की कमजोर या नष्ट होती कोशिकाओं यानी न्यूरान को जिम्मेदार बताया जाता है. यहां दूसरा सवाल यह भी है कि अगर मष्तिष्क की कोशिकाएं बूढ़ी होती शरीर के साथ बूढ़ी होने लगती हैं तो उन कोशिकाओं को प्रभावित करने वाले कारक क्या हैं. एक अध्ययन में पता चला है स्पेशल फंगी यानी कवक की वजह से दिमाग में विषाक्त पदार्थ का निर्माण होता है और उसकी वजह से ब्रेन सेल्स प्रभावित हो जाती हैं. बता दें कि इस प्रयोग को चूहे पर किया गया है


बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन में रिसर्च
यूएस के बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के कुछ एक्सपर्ट ने चूहों पर अध्ययन करना शुरू किया ताकि अल्जाइमर की वजह के बारे में जाना जा सके, इससे पहले इसी संस्थान में ऐसे चूहे के बारे में अध्ययन किया गया जो मेमोरी लॉस की समस्या का सामना कर रहा था. हालांकि सी अल्बिकंस फंगस को उसके दिमाग से निकाल लिया गया तो वो सही हो गया. इस तरह के नतीजों को और पुख्ता करने के लिए शोधकर्ताओं ने चूहे के दिमाग में सी अल्बिकंस को सीधे इंजेक्ट किया. कुछ दिन के बाद उसके ब्रेन का अध्ययन किया गया और पाया गया कि उस चूहे की स्मृति खत्म हो रही है.