Science of Digestion : ऐसे पचता है खाना, जानिए पाचन तंत्र कैसे काम करता है
Human Digestive System : पाचन तंत्र की पूरी क्रिया अपने आप में जादुई है पर इसका एक पूरा विज्ञान है. जानिए पाचन तंत्र के काम करने के तरीके के बारे में...
Science of Digestion : शौकीनों के लिए खाना दुनिया की सबसे आनंददायक क्रिया है और हर जीवित प्राणी के लिए जीवन की सबसे महत्वपूर्ण क्रिया तो है ही. यह बेहद आम जानकारी है कि हमारा शरीर तीन प्रमुख प्रकार के भोजन, कार्बोहाइड्रेट या कार्ब्स, वसा या फैट और प्रोटीन पर निर्भर करता है. पाचन के दौरान ये तीनों प्रकार के खाने एक ही तरह की केमिकल रियेक्शन से टूटते हैं. इस रिएक्शन को हाइड्रोलिसिस कहा जाता है. हाइड्रोलिसिस वास्तव में एक यौगिक का पानी के साथ रिएक्शन करके टूटना है.
Science of Digestion : ऐसे टूटते हैं कार्बोहाइड्रेट
भोजन के पाचन में यांत्रिक और रासायनिक दोनों प्रक्रियाएं शामिल हैं. पाचन के माध्यम से, बड़े खाद्य कण छोटे एलिमेंट्स में बदल जाते हैं जिन्हें आसानी से ब्लड सर्कुलेशन में शामिल किया जा सकता है. अधिकतर भोज्य पदार्थ कार्बोहाइड्रेट से बने होते हैं. इन्हें तोड़कर छोटे कणों में बदला जाता है जिनसे ऊर्जा मिलती है. डाइजेशन की अपनी एक गति होती है टेम्पेरेचर, पीएच सरीखे आधारों पर खाने के अणुओं को तोड़ती हैं.
ऐसे मिलती है ऊर्जा : Digestive System of Body
शरीर को चलायमान रखने में और ऊर्जा की नियमित आपूर्ति में बड़ी आंत का बड़ा योगदान है. बड़ी आंत यानी गट और उसमें रहने वाले बैक्टीरिया की संख्या हमारे पूरे स्वास्थ्य पर असर डालते हैं. शरीर का यह अंग फाइबर की मदद से उन पदार्थों को फिल्टर करता है जिसे पचाया नहीं जा सकता है. हम अपने आहार में जिन मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा और तेल) का सेवन करते हैं, वे शरीर को काम करने के लिए आवश्यक ऊर्जा की आपूर्ति करने में मदद करते हैं. शरीर में होने वाली केमिकल रिएक्शन के द्वारा इन मैक्रोन्यूट्रिएंट्स से ऊर्जा हासिल की जाती है.
एंजाइमों की भूमिका : कैसे तोड़े जाते हैं मुश्किल कार्बोहाइड्रेट
फलों और सब्जियों, साबुत अनाज, ब्रेड, पास्ता और डेयरी उत्पादों में जटिल कार्बोहाइड्रेट (Digestive System of Body) पाए जाते हैं. स्टार्च भी जटिल कार्बोहाइड्रेट का एक उदाहरण है. यह आमतौर पर आलू, मक्का और चावल में पाया जाता है. स्टार्च में हजारों ग्लूकोज अणु एक साथ बंधे होते हैं.थूक में पाए जाने वाले अल्फा-एमाइलेज नामक एंजाइम की बदौलत भोजन की पहली बाइट लेने के बाद स्टार्च का टूटना शुरू हो जाता है. एंजाइम रासायनिक प्रतिक्रियाओं को तेज करने में मदद करते हैं और पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. साथ ही एंजाइम बड़े अणुओं जैसे कार्ब्स, प्रोटीन और वसा को छोटे अणुओं में अलग करने में मदद करते हैं.