मंगल की गहन आंतरिक संरचना का पता लगाएगी नासा
यह मिशन कैलिफोर्निया के वेंडनबर्ग हवाईअड्डे से मई 2018 के बाद शुरू हो सकता है. इस मिशन के मंगल पर अक्टूबर 2018 के बाद पहुंचने की संभावना है.
वाशिंगटन: नासा का अगला मिशन मंगल ग्रह की गहन आंतरिक संरचना का पता लगाने पर आधारित होगा. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह घोषणा की है. नासा के अगले मंगल मिशन को इनसाइट के रूप में जाना जाता है, जिसके तहत यह मिशन 2018 में उड़ान भरेगा. इनसाइट का पूरा नाम इंटीरियर एक्सप्लोरेशन है, जिसमें भूकंप की जांच, भूगणित और हीट ट्रांसपोर्ट का अध्ययन शामिल होगा.
चट्टानी ग्रहों की संरचना
एजेंसी ने कहा कि यह मिशन कैलिफोर्निया के वेंडनबर्ग हवाईअड्डे से मई 2018 के बाद शुरू हो सकता है. इस मिशन के मंगल पर अक्टूबर 2018 के बाद पहुंचने की संभावना है. मिशन द्वारा एकत्रित जानकारी, पृथ्वी सहित सभी चट्टानी ग्रहों की संरचना के बारे में समझ को बढ़ाएगी. नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी (जेपीएल) से इनसाइट के मुख्य जांचकर्ता ब्रूस बेनार्ड्ट ने कहा, "मंगल ग्रह शायद चट्टानी ग्रहों को पृथ्वी की तुलना में बेहतर तरीके से संरक्षित कर सकता है."