वॉशिंगटन: नासा द्वारा प्रक्षेपित इनसाइट लैंडर ने मंगल की सतह पर अपना पहला उपकरण स्थापित कर दिया है, जो इस प्रमुख मिशन के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है. यह वैज्ञानिकों को सतह की प्रवृत्ति का अध्ययन करके मंगल ग्रह के अंदरूनी भाग को समझने में मदद करेगा. नासा ने एक बयान में कहा कि लैंडर ने जो तस्वीरें भेजी हैं उनमें सतह पर रखा भूकंपमापी यंत्र दिख रहा है.


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नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी (जेपीएल) में कार्यरत इनसाइट प्रोजेक्ट मैनेजर टॉम हॉफमैन ने कहा, "मंगल ग्रह पर इनसाइट की गतिविधियों की समय सारिणी हमारी अपेक्षा से भी कहीं बेहतर हो गई है." 
हॉफमैन ने कहा, "मंगल की जमीन पर सुरक्षित रूप से सिस्मोमीटर लगाना क्रिसमस का एक शानदार उपहार है."


गौरतलब कि 26 नवंबर को मंगल ग्रह की सतह पर उतरने के बाद से इनसाइट की टीम सावधानीपूर्वक मंगल की जमीन पर पूर्ण रूप से सक्षम दो वैज्ञानिक उपकरणों को तैनात करने की दिशा में काम कर रही है. रोटेशन एंड इंटीरियर स्ट्रक्चर एक्सपेरिमेंट (RISE) जिसके पास खुद का अलग उपकरण नहीं है, ने पहले से ही इनसाइट रेडियो कनेक्शन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है ताकि प्लैनेट कोर पर प्रारंभिक डेटा को एकत्र किया जा सके.


नासा के मुताबिक, वैज्ञानिक का मानना है कि शुरुआती एक वर्ष में कुछ नतीजे मिलना शुरू हो जाएंगे. भूकंपमापी यंत्र और हीट प्रोब के जरिये इंजीनियर्स को पहले रोबोटिक आर्म को सत्यापित करना होगा जो इनसाइट उपकरण को मंगलग्रह की सतह पर लगाएगा और जांचेगा कि यह ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं. इंजीनियर ने लेंडर के लिए कमांड का परीक्षण किया.