Hindi Prediction 2024: सौर तूफान के चलते इस साल 3 दिनों तक अंधेरे में डूब जाएगी पृथ्वी, नए `नास्त्रेदमस` की भविष्यवाणी
Athos Salome Prediction: इस साल सूरज से निकला तेज सौर तूफान पृथ्वी से टकरा सकता है, जिससे धरती पर 3 दिनों तक अंधकार छा जाएगा. यह भविष्यवाणी ब्राजील के एक भविष्यवक्ता ने की है.
Athos Salome Hindi Prediction 2024: आपने भविष्यवाणी के लिए चर्चित बुल्गारिया की बाबा वैंगा और फ्रांस के भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस के बारे में तो पढ़ा ही होगा. ये दोनों हस्तियां अब इस दुनिया में नहीं हैं. इनके समर्थकों का दावा है कि अपने जीवनकाल में इन्होंने कई ऐसी भविष्यवाणियां की, जो आगे चलकर सच साबित हुईं. अब ब्राजील के भविष्यवक्ता एथोस सैलोम का नाम भी भविष्यवाणी करने वालों में आ रहा है. उनका कहना है कि उनकी कई भविष्यवाणियां अब तक सच साबित हो चुकी हैं. अब उन्होंने इस साल सूर्य को लेकर ऐसी भविष्यवाणी की है, जो सच साबित हुई तो तहलका मचा सकती है.
पृथ्वी की ओर बढ़ रहा सौर तूफान!
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक एथोस सैलोम का कहना है कि एक कोरोनल मास इजेक्शन (CME) तेजी से पृथ्वी की ओर आ रहा है. सहज बोलचाल की भाषा में इसे सौर तूफान कहा जाता है. वैसे तो ऐसा हर कुछ दिनों में होता है, लेकिन पृथ्वी पर इसका खास असर नहीं पड़ता. लेकिन इस बार इसका बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ेगा. एथोस सैलोम का कहना है कि सूर्य के इस प्रभाव की वजह से इस साल पृथ्वी पर तीन दिनों तक अंधकार छा जाएगा.
उसके दावे पर वैज्ञानिकों ने कोई कमेंट करने से इनकार किया है, लेकिन यह जरूर बताया कि वर्ष 2017 के बाद इस साल आने वाला यह सबसे बड़ा सौर तूफान हो सकता है. इसका प्रभाव क्या होगा और पृथ्वी पर क्या असर पड़ेगा, इस बारे में फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता.
पृथ्वी से टकरा सकता है उल्कापिंड!
ब्राजील के इस भविष्यवक्ता ने यह भी दावा किया कि अगले साल यानी 2025 में अंतरिक्ष से एक उल्कापिंड पृथ्वी से टकरा सकता है. हालांकि इसकी स्पीड काफी कम होगी, जिससे धरती को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. एथोस ने अगले साल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के के एक्टिव होने और मशीनों के इंसानों के खिलाफ बगावत करने की भी भविष्यवाणी की.
दक्षिण चीन सागर से तीसरा विश्वयुद्ध!
एथोस सैलोम ने यह भी कहा कि दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध से ज्यादा दूर नहीं है. इसकी शुरुआत दक्षिण चीन सागर से होगी. जिसमें चीन, रूस, उत्तर कोरिया एक और होंगे. जबकि दूसरे खेमे में अमेरिका, जापान, फिलीपींस, दक्षिण कोरिया, वियतनाम होंगे. इस युद्ध में देर सबेर भारत को भी शामिल होना पड़ेगा, जिससे दुनियाभर में लाखों लोगों जान जाएगी और अरबों रुपये की संपत्ति का नुकसान होगा.