Oxygen and Life: अभी तक माना जाता था कि पृथ्वी पर जटिल जीवन की शुरुआत में ऑक्सीजन की अहम भूमिका थी. आज से कोई 540 मिलियन साल पहले, वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा काफी तेजी से बढ़ी. इसने कैम्ब्रियन विस्फोट को बढ़ावा दिया, जिससे पृथ्वी के जीवमंडल में जीवन का संचार हुआ. अत्यंत जटिल पशु प्रजातियां अस्तित्व में आईं.


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अब एक नई रिसर्च बताती है कि तब ऑक्सीजन वायुमंडल और महासागरों में नहीं फैली थी. बहुत अधिक मात्रा में ऑक्सीजन धीरे-धीरे उथले बेसिनों और महासागरीय शेल्फों में घुल गई. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि कैम्ब्रियन विस्फोट में ऑक्सीजन की कोई भूमिका नहीं थी.


'कैम्ब्रियन जानवरों को नहीं थी उतनी ऑक्सीजन की जरूरत'


स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में जियोबायोलॉजिस्ट एरिक स्पर्लिंग इस स्टडी के मुख्‍य लेखक हैं. उन्होंने कहा, 'कैम्ब्रियन जानवरों को संभवतः उतनी ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं थी जितनी वैज्ञानिक मानते थे.' उन्होंने बताया कि हमने प्राचीन महासागरों के तल पर बनी तलछटी चट्टानों में - ऑक्सीजन में मामूली वृद्धि पाई - जो पारिस्थितिकी में बड़े बदलावों को प्रेरित करने के लिए सही परिमाण में है.


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वैज्ञानिकों का तर्क है कि पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना, कैम्ब्रियन विस्फोट से पहले जीवित रहने वाले एककोशिकीय जीव और अन्य छोटे जीव अधिक बड़े नहीं हो पाते और न ही अपनी शारीरिक संरचना का विस्तार कर पाते. लेकिन दुनियाभर से मिले तमाम सबूत विरोधाभासी हैं. इससे यह सवाल उपजा कि आखिर कितनी ऑक्सीजन की जरूरत थी.


समुद्री जीवन के लिए उथले पानी में थी पर्याप्त ऑक्सीजन


स्टडी के अनुसार, गहरे समुद्र में ऑक्सीजन का स्तर आधुनिक स्तर तक कैम्ब्रियन विस्फोट के 140 मिलियन वर्ष बाद, डेवोनियन काल तक नहीं पहुंचा था. हालांकि, हवा और लहरों के कारण उथले पानी में ऑक्सीजन का स्तर इतना बढ़ गया होगा कि सभी प्रकार के समुद्री जीवन का उदय हो सका. टीम की यह रिसर्च 2017 की एक स्टडी पर आधारित है जिससे पता चला था कि उथले समुद्र पहले ऑक्सीजनयुक्त हो गए, लेकिन वायुमंडलीय ऑक्सीजन आधुनिक स्तर तक कैम्ब्रियन विस्फोट के लगभग 50-100 मिलियन वर्ष बाद, उसके बाद के ऑर्डोविशियन काल के दौरान पहुंची.