Lefthanders day 2021: लेफ्ट हैंड से लिखने वालों का दिमाग क्या राइट हैंडर्स से अलग होता है?
क्या लेफ्ट हैंड से लिखने वालों (Left Handers) का दिमाग राइट हैंड वालों (Right Handers) से अलग होता है? दुनियाभर में इस सवाल को लेकर पिछले काफी समय से बहस हो रही है. लेकिन अब लंदन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने इसका सही जवाब ढूंढ निकाला है. आइए जानते हैं इसके बारे में...
कैसे कंट्रोल होते हैं आपके हाथ
मनोचिकित्सक (Psychiatrist) बताते हैं कि इंसानों का दिमाग दो हिस्सों में बंटा हुआ है, जिसे हम हेमेस्फेयर कहते हैं. कहा जाता है कि हमारे बाईं ओर का दिमाग दाएं हाथ को कंट्रोल करता है. जबकि दिमाग का दायां हिस्सा बाएं हाथ को काबू में रखता है.
लेफ्ट हैंडर्स होते हैं ज्यादा समझदार?
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (University College London) के डॉक्टरों का मानना है कि बाएं हाथ का इस्तेमाल करने वाले लोग ज्यादा समझदार होते हैं. उनके पास दूसरे आम इंसानों के मुकाबले कुछ ज्यादा काबिलियत होती है. इतना ही नहीं, लेफ्ट हैंडर्स ज्यादा क्रिएटिव होते हैं और उनमें म्यूजिक और आर्ट का सेंस अच्छा होता है.
10% लोग करते हैं बाएं हाथ का यूज
एक शोध के मुताबिक, आम तौर पर 40% लोग अपने बाएं कान का, 30% लोग बाईं आंख का, और 20 फीसद लोग बाएं पैर का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन जब बात आती है हाथ की, तो दुनियाभर में सिर्फ 10 फीसद लोग ही बाएं हाथ का इस्तेमाल लिखने-पढ़ने से लेकर खाने तक सभी जरूरी कामों में करते हैं.
आज तक नहीं मिला जवाब
मेडिकल साइंस के शोध से जुड़े लोग और मनोवैज्ञानिक आज भी ये पता लगाने की कोशिश में हैं कि हमारे डीएनए का कौन सा हिस्सा इस बात के लिए उकसाता है कि हम दाएं या बाएं हाथ का इस्तेमाल ज्यादा करें. लेकिन जवाब आज भी किसी के पास नहीं है. बहरहाल बाएं हाथ का इस्तेमाल करने वाले अगर समझदार और रचनात्मक होते हैं, तो फिर उनकी तादाद कम क्यों है? ये आज भी एक पहेली ही बना हुआ है. इसका जवाब तलाशने के लिए तमाम शोध अभी तलक जारी हैं.
लेफ्ट हैंडर्स बच्चों के पेरेंट्स रहें सतर्क
मनोचिकित्सक कहते हैं कि जिन पेरेंट्स के बच्चे लेफ्ट हैंडेड हैं, उन्हें उनकी परवरिश को लेकर थोड़ा सतर्क रहना चाहिए. लेफ्ट हैंड यूज करने को लेकर उन्हें किसी भी तरह का पॉजिटिव या नेगेटिव अंधविश्वास नहीं पालना चाहिए. मसलन कुछ लोग लेफ्टी बच्चों को ज्यादा होनहार बताते हैं, ऐसे में बच्चों से ज्यादा अपेक्षा नहीं करना चाहिए.
इन नेताओं ने किया राज
बाएं हाथ का इस्तेमाल करने वालों के साथ ये मिथक जुड़े हैं कि उन्हें डिस्लेक्सिया और ऑटिज्म जैसी बीमारियां जल्दी होती हैं. कुछ लोगों का कहना है जो लोग इस तरह की बातें फैलाते हैं वो दरअसल भेदभाव का नजरिया रखते हैं. जबकि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के कई राष्ट्रपति लेफ्टी हुए हैं, जिनमें इस तरह की कोई समस्या नहीं देखी गई.
पीएम मोदी से लेकर रतन टाटा तक ये सभी हैं लेफ्ट हैंडर्स
इतना ही नहीं, क्रिकेट की दुनिया में कई इतिहास रच चुके सचिन तेंदुलकर भी लेफ्ट हैंडर हैं. इसके बावजूद उन्होंने दुनियाभर को अपनी प्रतिभा और काबिलियत का लोहा मनवाया है. इस लिस्ट में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन,कॉमेडी की दुनिया के बादशाह कपिल शर्मा और मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का नाम भी शमिल है.