Genome Sequencing क्या होती है? जो सबको डराने वाले कोरोना का करेगी शिकार!

Genome Sequencing Meaning: चीन (China) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के सब वेरिएंट बीएफ.7 (BF.7) के संक्रमण के कारण त्राहिमाम मचा हुआ है. इस बीच, भारत में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) फॉलो करने के लिए कहा जा रहा है. मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है. इस बीच, एयरपोर्ट पर विदेश से आने वालों की रैंडम सैंपलिंग भी की जा रही है और संक्रमित पाए जा रहे लोगों के नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. इस बीच, ये जानना जरूरी हो गया है कि जीनोम सिक्वेंसिंग क्यों जरूरी है और लगातार अपनी प्रकृति बदल रहे कोरोना वायरस के खिलाफ कैसे काम आ सकती है?

विनय त्रिवेदी Fri, 23 Dec 2022-8:15 am,
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बता दें कि जीनोम सीक्वेंसिंग एक प्रक्रिया है, जिसके तहत किसी विशिष्ट जीव (Specific Organism) या कोशिका प्रकार (Cell Type) का बायोडेटा इकट्ठा किया जाता है. जीनोम सिक्वेंसिंग में उसके बारे में ये जानकारियां इकट्ठा की जाती हैं कि वो कैसा दिखता है और उसकी प्रकृति क्या है. वायरस भी एक कोशिका प्रकार है. जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से ही पहली बार कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के बारे में जानकारी मिली थी.

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जान लें कि जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद वायरस से जुड़ी सारी जानकारियां, जैसे- उसके वेरिएंट, सब वेरिएंट और उनकी प्रकृति के बारे में पता किया जा सकता है. जीनोम सिक्वेंसिंग की मदद से किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत जीनोम के बारे में जानकारी हासिल की जाती है.

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जीनोम सीक्वेंसिंग की प्रक्रिया में पता चलता है कि औसत ह्यूमन जीनोम और जिस व्यक्ति के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की गई है, उसमें अंतर क्या है. जीनोम सिक्वेंसिंग से वायरस के बारे में पता चलेगा और उसकी रोकथाम करने में आसानी होगी.

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गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते खतरे के चलते एयरपोर्ट पर सावधानी बरती जा रही है. यात्रियों के सैंपल लिए जा रहे हैं और पॉजिटिव आने पर उनके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से भी राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि जीनोम सिक्वेंसिंग पर अधिक जोर दें.

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पीएम मोदी ने भी गुरुवार को हुई समीक्षा बैठक में कहा कि अलर्ट रहें. जीनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाएं. मजबूत निगरानी करने की जरूरत है. उन्होंने प्रदेश की सरकारों को देश में केस बढ़ने के साथ हॉस्पिटल्स के इंफ्रास्ट्रक्चर की ऑपरेशनल तत्परता सुनिश्चित करने की सलाह भी दी है.

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