Unlucky Number: नंबर 13 को क्यों मानते हैं अशुभ? इस अंधविश्वास के पीछे क्या है बड़ी वजह
Why Number 13 Unlucky: क्या आपको भी यह अजीब लगेगा कि अगर कोई महीने के 22वें दिन पड़ने वाले रविवार को यात्रा करने से मना कर दे? तब कैसा लगेगा जब कोई ऊंची इमारत में रहने वाले अपने साथियों से 22वीं मंजिल छोड़कर 21वीं मंजिल से सीधा 23वीं मंजिल पर जाने को कहे. 22 से डरना बहुत ही असामान्य है- इसलिए, अजीब नजर आ सकता है. लेकिन, बड़ी संख्या में अमेरिकी मानते हैं कि उन्हें ऊंची बिल्डिंग वाले होटलों में 13वीं मंजिल पर ठहरना परेशान करने वाला होता है. इसको लेकर द कन्वरसेशन में एक रिपोर्ट छपी है. आइए जानते हैं कि नंबर 13 (Number 13) को अशुभ मानने के पीछे का कारण क्या है?
ओटिस एलिवेटर कंपनी के मुताबिक, ‘13’ की संख्या वाली कई बिल्डिंगों में लिफ्ट सीधा 14वीं मंजिल पर रुकती है. कई पश्चिमी लोग 13 तारीख को पड़ने वाले शुक्रवार को अपने व्यवहार में बदलाव करते हैं. इसमें कोई शक नहीं है उस तारीख को कभी-कभी बुरी चीजें होती हैं, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ऐसा अमूमन होता है. साउथ कैरोलिना यूनिवर्सिटी के बैरी मार्कोवस्की के मुताबिक, सामाजिक मनोविज्ञान और समूह प्रक्रियाओं में विशेषज्ञता रखने वाले समाजशास्त्री के रूप में, मुझे व्यक्तिगत डर और जुनून में इतनी दिलचस्पी नहीं है. जो बात मुझे आकर्षित करती है वह यह है कि लाखों लोग एक ही गलत धारणा को इस हद तक स्वीकार करते हैं कि यह व्यापक पैमाने पर व्यवहार को प्रभावित करता है. कुछ ऐसी ही नंबर ‘13’ की शक्ति है.
बता दें कि नंबर 13 की खराब प्रतिष्ठा की उत्पत्ति साफ नहीं है. यह अनुमानों से भरी है. इसकी ऐतिहासिक व्याख्या उतनी ही सरल हो सकती है, जितना कि इसके उलट ‘12’ का संयोग से भाग्यशाली होने की धारणा से जुड़ा होना है. जान लें कि असाधारण गतिविधियों की निगरानी रखने वाले जो. निकेल एक गैर-लाभकारी संस्था ‘कमेटी फोर स्केपटिकल इंक्वायरी’ के लिए असाधारण दावों की पड़ताल करते हैं. ये संस्था वैज्ञानिक रूप से विवादास्पद और असाधारण दावों की तह में जाने का प्रयास करती है. निकेल बताते हैं कि 12 नंबर अक्सर ‘पूर्णता’ का प्रतिनिधित्व करता है, जैसे वर्ष में महीनों की संख्या, राशि चक्र के संकेत और यीशु की प्रेरणाएं. वहीं, अच्छाई और पूर्णता की यह भावना 13 के साथ विरोधाभासी है.
गौरतलब है कि 13 नंबर का संबंध कुछ प्रसिद्ध लेकिन अवांछित आने वालों से हो सकता है. नॉर्स पौराणिक कथाओं में, भगवान लोकी का वलहाला में एक दावत में आने का स्थान 13वां था, जहां उन्होंने भगवान बालडूर को मारने के लिए एक अन्य साथी को धोखा दिया था. ईसाई धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, जुडास- जिसने यीशु को धोखा दिया, रात के खाने पर 13वां अतिथि था. लेकिन, सच तो यह है कि सामाजिक-सांस्कृतिक प्रक्रियाएं दुर्भाग्य को किसी भी संख्या से जोड़ सकती हैं.
जान लें कि जापान में ‘9’ नंबर को अशुभ माना जाता है, शायद इसलिए क्योंकि यह जापानी शब्द ‘पीड़ा’ के उच्चारण के जैसा लगता है. उधर, इटली में लोग नंबर ‘17’ को अशुभ मानते हैं. चीन में लोगों को ‘4’ नंबर ‘मृत्यु’ की तरह लगता है. चीनी पश्चिमी संस्कृति में ‘13’ की तुलना में रोजमर्रा की जिंदगी में अधिकतर ‘4’ से बचते हैं.
बता दें कि दूसरी तरह से देखें तो चीन में ‘666’ को भाग्यशाली माना जाता है जबकि दुनियाभर के कई ईसाई इसे बाइबिल में वर्णित एक दुष्ट जानवर के साथ जोड़ते हैं. कई प्रकार के विशिष्ट भय होते हैं और लोग उन्हें विभिन्न मनोवैज्ञानिक कारणों से मानते हैं. वे प्रत्यक्ष नकारात्मक अनुभवों के कारण उत्पन्न हुए हो सकते हैं. (इनपुट- भाषा)