Ancient Crab: चमकीले पत्थर में कैद मिला 10 करोड़ साल पुराना `अमर` केकड़ा, देखकर रह जाएंगे दंग
Ancient crab in a Amber Jewelry: म्यांमार में दुनिया के सबसे बड़े अंबर खदान हैं और यहीं से साल 2015 में वैज्ञानिकों ने इसकी खोज की थी. तब से लगातार इस पर अध्ययन किया जा रहा है.
नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने पहली बार एक 'अमर' केकड़े (Crab) की खोज की है. केकड़े (Crab) का शरीर करोड़ों साल पहले एक चमकीले पत्थर 'अंबर' में कैद हो गया था. अंबर (Amber) एक तरह का जेमस्टोन यानी रत्न है, जिसका इस्तेमाल गहने बनाने के लिए किया जाता है.
म्यांमार में दुनिया के सबसे बड़े अंबर खदान हैं और यहीं से साल 2015 में वैज्ञानिकों ने इसकी खोज की थी. तब से लगातार इस पर अध्ययन किया जा रहा है. केकड़े (Crab) पर की गई स्टडी हाल ही में साइंस एडवांसेस जर्नल में प्रकाशित हुई है.
क्रेटाशियस काल का है केकड़ा
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसकी उम्र करीब 10.5 करोड़ साल से लेकर 9.50 करोड़ साल के बीच है और ये क्रेटाशियस काल का है. वैज्ञानिक इसे साफ पानी और समुद्री जीवों के बीच की कड़ी मान रहे हैं. इस केकड़े (Crab) को अमर मानने के पीछे की वजह ये है कि भले ही केकड़ा जीवित नहीं है, लेकिन उसका शरीर अभी तक सही सलामत है और अंबर में कैद है.
दिया गया ये नाम
इस 'अमर' केकड़े को क्रेटस्पारा अथानाटा (Cretaspara athanata) नाम दिया गया है. अथानाटा का मतलब है-अमर, क्रेट मतलब है- खोल वाला और अस्पारा, दक्षिण-पूर्व एशिया में बादलों और पानी के देवता का नाम.
क्यों दुर्लभ है ये खोज?
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के पोस्टडॉक्टोरल रिसर्चर जेवियर लूक के मुताबिक, आमतौर पर कीड़े, मकोड़े, बिच्छू, मिलीपीड्स, पक्षी, सांप, अंबर में जकड़े मिलते हैं, लेकिन ये सभी जमीन पर रहने वाले जीव हैं. पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई पानी में रहने वाला जीव अंबर में जकड़ा हुआ मिला है. ये दुर्लभ है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, केकड़े पानी में ही रहते हैं. वो जंगलों में नहीं आते, न ही पेड़ों पर चढ़ते हैं. ये 'अमर' केकड़ा सिर्फ 2 मिलीमीटर का है. ये अंबर के अंदर एकदम सुरक्षित है और इसके शरीर का एक भी हिस्सा गायब नहीं है. इसके शरीर से एक बाल भी गायब नहीं हैं. यह बेहद हैरान करने वाला है.
आज के जमाने के केकड़ों का असली पूर्वज
जेवियर लूक और उनकी टीम ने इसका माइक्रो-सीटी एक्स-रे किया और इससे केकड़े के शरीर का थ्रीडी मॉडल बनाया गया. पैरों और कैरापेस को ध्यान से देखने पर वैज्ञानिकों ने पाया कि यह आज के जमाने में मौजूद केकड़ों का ही असली पूर्वज है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, 10.5 करोड़ साल पुराना ये 'अमर' केकड़ा ब्राचयूरा समूह के वर्तमान केकड़ों का असली पूर्वज है. सबसे पुराना केकड़ा 20 करोड़ साल पहले जुरासिक काल में दर्ज किया गया था. इस काल में क्रेटाशियस क्रैब रिवोल्यूशन चल रहा था. 'अमर' केकड़ा क्रेटाशियस क्रैब रिवोल्यूशन के बीचों-बीच का माना जा रहा है.
जेवियर लूक ने बताया कि इसके गिल्स से संकेत मिलते हैं कि ये केकड़ा समुद्री और साफ पानी के केकड़ों के बीच की कड़ी हो सकता है.
अंबर में कैसे फंसा?
अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि केकड़ा अंबर में कैसे फंसा? यूनिवर्सिटी ऑफ सैन पाओलो के इवोल्यूशनरी फिजियोलॉजिस्ट जॉन कैम्पबेल मैक्नमारा ने कहा कि हो सकता है कि यह साफ पानी का केकड़ा हो या फिर ये साफ पानी, समुद्र और जंगल तीनों में घूमता रहा हो. ये भी हो सकता है कि यह जमीन और पानी दोनों में रहता आया हो.
साल 2015 में खोजे जाने के बाद वैज्ञानिकों को साल 2017 में ये केकड़ा मिला. इसके बाद इस पर स्टडी शुरू की गई. वैज्ञानिकों ने काफी मुश्किल से म्यांमार में मिलिट्री से इस 'अमर' केकड़े को हासिल किया था.