वाशिंगटनः इंसान के चंद्रमा की धरती पर कदम रखे 50 साल से अधिक समय बीत गया है. तब से, हमने अंतरिक्ष विज्ञान में कई प्रगति की है, लेकिन मानव जाति फिर से चंद्रमा पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है. अभी भी चंद्रमा के बहुत से ऐसे रहस्य हैं, जिनको उजागर होना बाकी है. ऐसे में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (NASA) फिर से इसको लेकर तैयारी में जुट गई है. NASA का आर्टेमिस मिशन मानव को फिर से चंद्रमा की सतह पर ले जाने की तैयारी कर रहा है. 


चंद्रमा को लॉन्चिंग पैड के तौर पर किया जा सकेगा इस्तेमाल


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हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों में स्पेस मिशन को लेकर बातचीत चल रही है कि क्या चंद्रमा को लॉन्चिंग पैड के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसा अगर हो जाता है, तो इंसान पहले की तुलना में चंद्रमा और उसके आसपास व्यापक तौर पर उपस्थिति दर्ज कराने में सफल होगा. इसके लिए एक स्पेस स्टार्ट-अप पर काम किया जा रहा है, जो ऐसे प्रयास में काम आ सकता है.


बनेगी रोबोटिक चौकी


अमेरिकी स्टार्ट-अप 'क्वांटम स्पेस' नाम की यह कंपनी चांद के पास एक रोबोटिक चौकी बनाने की योजना पर काम कर रही है. क्वांटम स्पेस की स्थापना स्टीव जुर्स्की ने की है. वह नासा के पूर्व सहयोगी प्रशासक हैं. कंपनी का गठन 2021 में किया गया था. द वर्ज की एक रिपोर्ट के अनुसार, क्वांटम स्पेस की योजना के तहत चंद्रमा के पास रोबोट चौकी स्थापित करने से चंद्रमा की सतह पर इंटरनेट क्षमता प्रदान करने में मदद मिलेगी.


भरा जा सकेगा ईंधन


इस चौकी के बनने के बाद यहां से अंतरिक्ष यान में ईंधन भी भरा जा सकेगा. इसके साथ ही डेटा एकत्र होगा और चंद्रमा की सतह पर इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने में मदद मिलेगी. जुर्स्की का कहना है कि उनकी कंपनी ऐसे वाहन भी बनाने का इरादा रखती है, जो  NASA को चंद्र मिशन में सहायता करेंगे.


कम्युनिकेशन का तैयार होगा बुनियादी ढांचा 


उन्होंने कहा कि  NASA चंद्रमा के चारों तरफ कम्युनिकेशन के बुनियादी ढांचे की एक इंटरनेट जैसी प्रणाली बनाने की योजना बना रहा है, जिसे 'लूनानेट' कहा जाता है. यह नेविगेशन, संचार और डेटा रिले के लिए पृथ्वी की प्रौद्योगिकियों पर कम निर्भर होगा. 


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