नई दिल्ली: वैज्ञानिकों (Scientists) ने हजारों साल पहले मर चुके लोगों का चेहरा बनाया है. रिसर्च के दौरान 2797 साल पहले मिस्र (Egypt) में रहने वाले तीन पुरुषों का फेस (Face) डेवलप किया है. रिसर्चर्स ने इस काम के लिए उन लोगों की ममी (Mummy) से लिए गए डीएनए सैंपल्स का इस्तेमाल किया गया. यह पहला मौका था जब इस तकनीक का इस्तेमाल प्राचीन काल के लोगों का चेहरा बनाने के लिए हुआ.


डीएनए की अहम भूमिका 


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वैज्ञानिकों के लिए ऐसा करना आसान नहीं था. रिसर्च टीम ने सरकारी एजेंसियों को प्रोजेक्ट की जानकारी दी. इसके बाद सामने आई जानकारी के मुताबिक जिन तीन युवकों का फेस डीएनए और 3D तकनीक से बना उनका संबंध काहिरा (Kahira) के दक्षिण में स्थित प्राचीन शहर अबुसिर अल-मेलेक (Abusir el-Meleq) से था. 


2017 में पहली कोशिश 


जर्मनी (Germany) के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट (Max Planck Institute) ने साल 2017 में पहली बार इन तीन युवकों के डीएनए की सीक्वेंसिंग शुरू की थी. ममी के चेहरे का 3D मॉडल बनाने के लिए डीएनए फर्म Parabon NanoLabs के रिसर्चर्स ने उनके जीनोम रिकंस्ट्रक्शन पर काम किया. इस प्रॉसेस को डीएनए फेनोटाइपिंग (DNA phenotyping) कहा गया.                                              
इस दौरान उनके अनुवांशिक लक्षणों के साथ उनकी आंखें, बाल और त्वचा के रंग और टोन के साथ चेहरे के आकार (Face Shape) के बारे में गहराई से पड़ताल की गई.  


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फोटो क्रेडिट- (Parabon Nanolabs)


रिसर्चर्स ने इन ममियों के सैंपल्स, नील नदी के करीब स्थित एक पुरातात्विक स्थल से हासिल किए थे. जिसकी गिनती एक समृद्ध शहर के तौर पर होती थी.