नई दिल्ली: ब्रिटेन के मार्गेट के रहने वाले डेनियल जैक्सन की आंख में दो महीने से पानी आ रहा था. पहले तो वो इसे हल्के में लेते रहे, बाद में जब डॉक्टर के पास गए तो डॉक्टर ने भी मामूली इन्फेक्शन बताकर एक आई ड्रॉप थमा दी. लेकिन बीमारी बेहद गंभीर निकली और पूरे जीवन के लिए कष्ट दे गई. 


इस तरह हुई शुरुआत


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डेनियल जैक्सन को 9 साल पहले आंखों में मामूली दिक्कत महसूस हुई. इसके साथ ही उनकी आंखों में पानी आने लगा. पहली बार जब उन्हें आंखों में पानी और जलन की शिकायत हुई तो वे डॉक्टरों के पास पहुंचे. डॉक्टरों ने कुछ एंटीबायोटिक्स और आई ड्रॉप देकर घर भेज दिया. लेकिन डेनियल को परेशानी असल में और गंभीर थी. जिसका समय पर इलाज न मिल पाने के चलते उन्हें बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा. 


निकालनी पड़ी एक आंख 


डेनियल को ज्यादा समस्या हुई तो स्कैन से पता चला कि उनके एथमॉइड साइनस में एक ट्यूमर बढ़ रहा था. ये ट्यूमर नाक के आसपास की हड्डियों में खोखले स्थान पर था. डॉक्टरों ने कहा कि इसका इलाज करने के लिए आंख निकालनी पड़ेगी. आखिरकार डेनियल की दाहिनी आंख को निकालना पड़ा. अब डेनियल एक आंख के सहारे ही रह रहे हैं. इस ऑपरेशन के बाद डेनियल का पूरा चेहरा खोखला हो गया. कई वर्ष लगे चेहरा भरने में.


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ये हैं लक्षण


Dily mail की एक रिपोर्ट के मुताबिक नाक और साइनस का कैंसर ब्रिटेन में हर साल लगभग 460 और अमेरिका में लगभग 2000 लोगों को प्रभावित करता है. साइनस कैंसर अक्सर 40 से ज्यादा की उम्र पर पुरुषों को प्रभावित करता है. इसके लक्षणों में लगातार बंद नाक, नाक से खून बहना, गंध की कमी महसूस होना और नाक बहना. अगर कैंसर बढ़ जाता है तो चेहरे में दर्द या सुन्नता, गर्दन में सूजन, लगातार आंखों में पानी आना, आंख या चेहरे पर गांठ शामिल है. साइनस के कैंसर वाले 10 में से 7 लोग इलाज के बाद एक वर्ष या उससे ज्यादा जीवित रह सकते हैं.


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