वॉशिंगटन: अंतरिक्ष में सैटेलाइट्स के बढ़ते कचरे ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अंतरिक्ष कचरे से पृथ्वी के चारों ओर शनि जैसा छल्ला बन सकता है.


धरती के चारों ओर शनि जैसा छल्ला


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अमेरिका के यूटा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं कहा है कि अंतरिक्ष कबाड़ से इतना भर गया है कि हमें मैग्नेट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर पृथ्वी के चारों ओर शनि जैसा छल्ला बनाना पड़ेगा.


सैटेलाइट से टकराने का खतरा


अगर पृथ्वी के चारों ओर शनि जैसा छल्ला नहीं बनाया गया तो अंतरिक्ष में लगातार बढ़ते मलबे के कारण इनके दूसरे अंतरिक्षयान और सैटेलाइटों से टकराने का खतरा बढ़ जाएगा. इनमें से कुछ टुकड़े गोली से भी तेज रफ्तार से किसी सैटेलाइट से टकरा सकते हैं.


शोधकर्ताओं के मुताबिक, अंतरिक्ष में मलबे के 1 करोड़ 70 लाख से अधिक टुकड़े तैर रहे हैं. इनमें प्राकृतिक उल्कापिंड, कृत्रिम वस्तुओं के टूटे हुए टुकड़े और निष्क्रिय उपग्रह शामिल हैं.


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अंतरिक्ष मिशन के लिए बड़ा संकट


अंतरिक्ष का मलबा अंतरिक्ष मिशन के लिए बड़ा संकट पैदा कर सकता है. पिछले एक दशक में अंतरिक्ष मलबे में 7,500 मीट्रिक टन की बढ़ोतरी हुई है. ये अंतरिक्ष यात्रियों, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन और पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले सैकड़ों सैटेलाइटों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है.


पिछले 60 वर्षों में अलग-अलग देशों की अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियां बढ़ी हैं और इसी के साथ धरती से पहुंचने वाला कचरा भी बढ़ता जा रहा है. जुलाई 2016 में निकट अंतरिक्ष में 17,852 कृत्रिम वस्तुएं दर्ज की गई थीं, जिनमें 1419 कृत्रिम उपग्रह शामिल थे.