Sunita Williams Return To Earth: सुनीता विलियम्स को हफ्तों पहले ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से लौट आना था. हालांकि, वह और उनके साथी NASA एस्ट्रोनॉट - बुच विल्मोर- 13 जून से ISS पर फंसे हैं. बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में बैठकर गए एस्ट्रोनॉट्स की वापसी यान में खराबी के चलते टल रही है. तमाम आशंकाओं के बीच, सुनीता और विल्मोर ने बुधवार को स्पेस स्टेशन से प्रेस कॉन्फ्रेंस की.


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रिपोर्टर्स को भरोसा दिलाते हुए सुनीता विलियम्स ने कहा, 'मेरे दिल में यह अच्छी भावना है कि अंतरिक्ष यान हमें घर ले आएगा, इसमें कोई समस्या नहीं है.' यह पृथ्वी की कक्षा से दोनों एस्ट्रोनॉट्स की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी. सुनीता और बुच ने मिशन को अचानक इस तरह बढ़ाए जाने पर कोई शिकायत नहीं की. दोनों ने कहा कि उन्हें ISS पर मौजूद क्रू की मदद करने में मजा आ रहा है.



स्पेस स्टेशन के क्रू की मदद कर रहे दोनों एस्ट्रोनॉट्स


सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, Boeing के नए Starliner कैप्सूल में सफर करने वाले पहले एस्ट्रोनॉट्स हैं. उन्हें पिछले महीने की शुरुआत में अंतरिक्ष में भेजा गया था. 5 जून की टेस्ट फ्लाइट में सवार होकर स्पेस स्टेशन पहुंचे इन दोनों एस्ट्रोनॉट्स का मिशन आठ दिन का था. लेकिन, स्टारलाइनर में तकनीकी गड़बड़ियों ने उनके मिशन को लंबा बना दिया है.


दोनों एस्ट्रोनॉट्स ने मिशन लंबा खिंचने को पॉजिटिव ढंग से लिया. इससे उन्हें ISS के क्रू संग और सहयोग का मौका मिला. दोनों मिलकर स्टारलाइनर की और क्षमताएं भी टेस्ट कर पाए.


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SpaceX vs Boeing


NASA ने करीब एक दशक पहले, Boeing के Starliner और SpaceX के Dragon कैप्सूल का विकास शुरू किया था. एजेंसी ने दोनों कंपनियों में अरबों डॉलर लगाए ताकि एस्ट्रोनॉट्स को धरती से स्पेस स्टेशन तक भेजा और वापस लाया जा सके.


SpaxeX ने पहली फ्लाइट 2020 में ही सफलतापूर्वक लॉन्च कर दी थी. हालांकि, Boeing की पहली क्रू फ्लाइट कई गड़बड़ियों की वजह से बार-बार टलती गई. जून 2024 में लॉन्च के बाद भी तकनीकी दिक्कतों का सिलसिला जारी है. इसके बावजूद, विलियम्स और विल्मोर को भरोसा है कि Starliner उन्हें सुरक्षित तरीके से धरती पर वापस ले आएगा.