Science News: ऐसी हैरतअंगेज फुटेज आपने शायद ही देखी हो! वैज्ञानिकों ने एक्स-रे वीडियो की मदद से एक ईल को मछली के पेट से बच निकलते देखा है. उन्होंने पाया कि जापानी ईलों के बच्चे शिकारी मछलियों द्वारा निगले जाने के बाद रेंगते और लुढ़कते हुए पेट से गलफड़ों के रास्ते बाहर आ जाते हैं. नागासाकी यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के मुताबिक, उनकी स्टडी शिकारियों के पाचन तंत्र में शिकार के व्यवहार पैटर्न और भागने की प्रक्रियाओं को ऑब्जर्व करने वाली पहली स्टडी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

समुद्री जीवविज्ञानी युहा हसेगावा और युकी कावाबाटा के मुताबिक, अभी तक सिर्फ जापानी ईल में ही ऐसी क्षमता देखी गई है. मछली की सिर्फ यही एक प्रजाति ऐसी है जो अपने शिकारी के पेट से बच निकलने में कामयाब हो जाती है. उनकी रिसर्च 'करंट बायोलॉजी' नामक जर्नल में छपी है.


भागने में उस्ताद होती हैं ईल


हसेगावा, कावाबाता और इकोलॉजिस्ट काजूकी योकोची ने पहली बार, कुछ साल पहले पता लगाया था कि ईल के पास भागने की एक दिलचस्प रणनीति है. तब उन्होंने देखा कि युवा ईल, जिन्हें एल्वर के रूप में जाना जाता है, पकड़े जाने के बाद गलफड़ों से बाहर निकल आते हैं. रिसर्चर्स इस बारे में और जानना चाहते थे कि जापानी ईल आखिर पाचन तंत्र से कैसे बच निकलते हैं और क्या वे ऐसा जान-बूझकर करते हैं.


उन्होंने एक प्रयोग किया. एक्स-रे के जरिए यह देखा कि मछली के मुंह में पहुंचने के बाद ईल का क्या होता है. सभी ईलों को बेरियम सल्फेट के इंजेक्शन दिए गए, जिससे एक्स-रे मे वे साफ नजर आतीं. फिर एक के बाद एक, उनको डार्क स्लीपर नाम की मछली के टैंक में छोड़ दिया गया. पूरे प्रयोग का एक्स-रे बनाया गया. वैज्ञानिक यह देखकर हैरान रह गए कि ईल भागने में कैसे कामयाब हुईं.


यह भी देखें: दुनिया के 5 सबसे महान बायोलॉजिस्ट, जिनकी रिसर्च ने बचाई करोड़ों लोगों की जान


देखें, ईल के भागने का हैरान करने वाला वीडियो


भागने से पहले मछली ने शिकार को पूरी तरह से निगल लिया था. भागने के लिए ईल अपनी पूंछ को आगे करके, पीछे की ओर छटपटाती और धीरे-धीरे मछली की ग्रासनली में वापस पहुंच गई और गलफड़ों के रास्ते बाहर निकल गई. आप भी देखिए इस प्रयोग का वीडियो



Explainer: क्या शराब पीने के बाद सच बोलने लगता है इंसान? जानिए क्या कहता है विज्ञान


क्यों दुर्लभ है यह?


किसी शिकारी के पाचन तंत्र से रूप से बच निकलने की घटना केवल कुछ ही बार देखी गई है. ऐसा मुख्य रूप से अकशेरुकी प्राणियों में देखने को मिला है. जैसे कि एक बीटल जो मेंढक के निगल जाने के बाद भी उसके गुदाद्वार से बिना किसी नुकसान के निकल जाता है. या फिर एक परजीवी कृमि जो अपने कीट मेजबान और अपने मेजबान को खाने वाले शिकारी से बचकर किसी भी खुली जगह से निकल जाता है.


विज्ञान के क्षेत्र की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Latest Science News In Hindi और पाएं Breaking News in Hindi देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!