नई दिल्ली: दुनिया में पहली बार जापान एक अनोखा काम करने जा रहा है. वह 2023 तक स्पेस में लकड़ी का सैटेलाइट भेजने के प्लान पर काम कर रहा है. 


सैटेलाइट की कॉस्ट हो जाएगी कम 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हमारी सहयोगी वेबसाइट WION की रिपोर्ट के अनुसार, जापान में एक टीम इस तरह का लकड़ी का सैटेलाइट विकसित करने का प्लान कर रहा है जो पर्यावरण के अनुकूल हो और जिसको बनाने की कॉस्ट भी कम हो. इस काम को करने के लिए क्योटो यूनिवर्सिटी और सूमितोमो फॉरेस्ट्री की टीम मिलकर काम कर रही है. 


काम खत्म होने के बाद आसानी से नष्ट हो जाए ऐसा सैटेलाइट 


जब सैटेलाइट का ऑपरेशन खत्म हो जाएगा तो ऐसा लकड़ी का सैटेलाइट होने से जब वह वापस पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा तो पूरा जल जाएगा. इतना ही नहीं, अभी जो सैटेलाइट बनते हैं वह एल्युमीनियम से बनते हैं. लकड़ी के सैटेलाइट एल्युमीनियम की अपेक्षा काफी सस्ते साबित होंगे. चूंकि लकड़ी में इलेट्रोमैग्नेटिक तरंगे प्रवेश कर सकती हैं, इसलिए इसमें एक एंटीना होगा. 


अलग-अलग कठोरता के साथ लकड़ी की चादरें जोड़कर बनेगा सैटेलाइट 


इस टीम का नेतृत्व जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री ताकाओ दोई कर रहे हैं. यह सैटेलाइट पर अलग-अलग कठोरता के साथ लकड़ी की चादरें जोड़ने की योजना बना रहा हैं. ये लकड़ी पेड़ की प्रजातियों से संबंधित हो सकती है.


यह भी पढ़ें:  मंगल ही नहीं इस 'नरक' ग्रह पर पर भी हो सकता है जीवन, नई रिसर्च में हैरान रह गए साइंटिस्ट


बच्चे भी बना सकेंगे उपग्रह 


क्योटो विश्वविद्यालय के डोई ने कहा कि यदि योजना सफल होती है तो यह अंतरिक्ष में रुचि रखने वाले बच्चों को भी उपग्रह बनाने की अनुमति देने का रास्ता खोल देगी.यह सैटेलाइट लगभग 10-सेंटीमीटर चौड़ी साइड वाला एक क्यूब की तरह होगा. बाहर की तरफ लकड़ी और सोलर सेल होंगे. इसके अंदर एक इलेक्ट्रॉनिक सब्सट्रेट भी होगा. 


लाइव टीवी