मैं चाहती हूं सलमान अंकल की तरह लोग मेरी गाड़ी के पीछे भी भागें: हर्षाली मल्होत्रा
सुपरहिट फ़िल्म बजरंगी भाईजान में सलमान खान के बाद अगर किसी के बारे में सबसे ज़्यादा बात हुई है तो वो हैं उनकी मुन्नी यानी हर्षाली मल्होत्रा। फ़िल्म में भले ही हर्षाली ने गूंगी लड़की का किरदार निभाया हो लेकिन फ़िल्म की रिलीज़ के बाद इस नन्हीं- सी अदाकारा का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोला। इस फ़िल्म से पहले भी कुछ टीवी सीरियलों का हिस्सा रह चुकीं हर्षाली को एक्टिंग के अलावा गाने का बेहद शौक है। बड़े होकर सलमान खान जैसा सुपरस्टार बनने की ख्वाहिश रखने वाली हर्षाली से संवाददाता ज्योति चाहर ने खास बातचीत की।
ढाई साल की उम्र से हीरोइन बनने का सपना देखने वाली हर्षाली अभी बहुत छोटी हैं और बात करने में काफी शर्माती भी हैं लेकिन थोड़ी दोस्ती होने के बाद हर्षाली की बातें कभी खत्म होने का नाम नहीं लेती। हर्षाली से पूछे गए अधिकांश सवालों के जवाब उनकी मम्मी काजल मल्होत्रा ने दिए और कुछ सवालों के जवाब हर्षाली ने खुद दिए। पेश है हर्षाली से हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
(हर्षाली से जुड़े सवालों पर उनकी मम्मी के जवाब)
बजरंगी भाईजान फिल्म की शूटिंग और प्रमोशन के दौरान सलमान हर्षाली का बहुत ख़्याल रखते थे। क्या रिलीज़ के बाद भी वो हर्षाली के करियर को लेकर सलाह देते हैं?
सलमान खान ने मुझे फिल्म की शूटिंग के दौरान ही काफी गाइड कर दिया था कि हर्षाली को फ़िल्मों में 5 या दस मिनट वाले बच्चों के रोल अब नहीं कराने हैं। उनका मानना है कि बजरंगी भाईजान में इतना मजबूत किरदार निभाने के बाद उसे छोटे- मोटे रोल नहीं करने चाहिए। उन्हीं की सलाह पर हमने हर्षाली का फिल्म प्रेम रतन धन पायो में से एक छोटा- सा रोल छोड़ दिया। सलमान के अलावा कबीर खान लगातार हमारे संपर्क में रहते हैं। जब भी कोई परेशानी होती है तो मैं उनसे सलाह ले लेती हूं।
अभी हर्षाली के करियर को लेकर क्या सोचा है। क्या फिर से हर्षाली टीवी शोज़ में नज़र आ सकती हैं?
कुछ प्रोजेक्ट्स को लेकर बातचीत चल रही है। अब हमें इस बात का भी खास ध्यान रखना है कि उसे आगे भी फिल्म में मजबूत किरदार ही मिले। हर्षाली टीवी शोज़ में तो अभी काम करने नहीं जा रही है। अभी हमारा फ़ोकस सिर्फ अच्छी फिल्मों पर ही है।
छोटी उम्र में हर्षाली को इतना स्टारडम मिलने से उसके बचपन पर कोई निगेटिव असर तो नहीं पड़ रहा?
जी नहीं। हमने उसपर स्टारडम हावी नहीं होने दिया है। हम उसे इन सब चीजों से दूर रखते हैं। अभी हर्षाली 7 साल की बच्ची है और हम नहीं चाहते हैं कि स्टारडम की वजह से वो अपना बचपन एंजॉय न कर पाए। वो जब घर पर होती है तो बाकी बच्चों की तरह नॉर्मल ही रहती है, अपने पुराने दोस्तों के साथ खेलती है। स्कूल में भी हमने इस बात का ख़्याल रखा है कि उस पर इन सब चीज़ों का कोई असर न पड़े। बच्चे उसकी क्लास में उससे मिलने आते हैं, उसे देखकर चिल्लाते हैं। इसके चलते हुए स्कूल के टीचर उसका बहुत ख्याल रखते हैं। फ़िल्म की रिलीज़ के बाद तो बच्चों की भीड़ से बचने के लिए उसे कई दिन स्टाफ रूम में भी बैठना पड़ा। इसके अलावा स्कूल ने उसे 5 मिनट देर से आने की रियायत भी दी है ताकि बाकी बच्चे सेटल हो जाएं।
हम नहीं चाहते की इन सब चीजों की वजह से वह अपनी मासूमियत खोए। हालांकि वह खुद यह जानती है कि उसे बड़े होकर सुपरस्टार ही बनना है। उसकी बातें सुनकर कभी-कभी हम भी हैरान हो जाते हैं। हमें भी काफी बार समझ में नहीं आता कि उसे इतनी सब बातें पता कहां से चलती हैं। (हंसते हुए)
बजरंगी भाईजान के पहले और बाद की लाइफ में कितना बदलाव आया है।
सच कहूं तो लाइफ बहुत बदल गई है। अब उसे हर जगह लोग पहचानते हैं, उसके साथ फोटो खिंचवाते हैं। हर्षाली को यह पसंद भी है। वह शुरू से ही स्टार बनना चाहती थी लेकिन उसे ऑडिशन देना बिल्कुल पसंद नहीं है। इस फिल्म के बाद अब उसे हर चीज़ के लिए ऑडिशन नहीं देना पड़ता। इसे लेकर वह काफी खुश है। फिल्म की शूटिंग के दौरान एक बार सलमान की गाड़ी के पीछे भागते हुए लोगों को देखकर उसने कहा था कि मैं चाहती हूं कि मेरी गाड़ी के पीछे भी लोग ऐसे ही भागें।
आपको कब एहसास हुआ कि हर्षाली को एक्टिंग ही करनी चाहिए?
हर्षाली जब 2 साल की थी। हम दिल्ली के एक मॉल में गए हुए थे। वहां बच्चों का कोई कॉन्टेस्ट हो रहा था तो हर्षाली को देखकर कॉन्टेस्ट कराने वालों ने उसमें भाग लेने के लिए कहा। उस कॉन्टेस्ट में जीतने वाले बच्चों को किसी ब्रांड के लिए शूट करना था। वो कॉन्टेस्ट हर्षाली ने जीता और उसके बाद कई ब्रांड के लिए उसने शूट किया। वहीं से हर्षाली का सफर शुरू हुआ। हर्षाली कैमरे के सामने बिल्कुल बदल जाती है। एक बार दिल्ली में किसी शूट के समय इतनी ठंड थी कि सबकी हालत खराब हो रही थी और हर्षाली बस एक फ्रॉक में ऐसे घूम रही थी जैसे ठंड हो ही न। एक बार इसकी तबीयत इतनी ज़्यादा खराब थी लेकिन शूट तो करना ही थी, तब कैमरे के सामने जाते ही ये नॉर्मल हो जाती थी और कैमरा बंद होते ही मेरी गोदी में आकर गिर जाती थी।
इतनी कम उम्र की बच्ची का एक्टिंग के लिए इतना जुनून काफी हैरान करने वाला है।
मैं आपको एक वाकया बताती हूं। हर्षाली साढ़े 4 साल की थी, हम उसे लेकर एक फ़िल्म देखने गए हुए थे। तब उसने पर्दे की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि मुझे वहां जाना है। ये सुनकर हम काफी हैरान हुए। घर पर तो वह सामान्य रहती है लेकिन शूटिंग में कैरेक्टर के हिसाब से उसके एटीट्यूड में भी बदलाव आ जाता है। शूटिंग के समय खुद समय से सोएगी ताकि कैमरे पर बिल्कुल फ्रैश दिख सकें और वैसे कभी-कभी सोने में वह इतने नखरे करती है। हर्षाली से जब एक बार पूछा कि वह रोने का सीन कैसे करेगी तो उसने कहा कि मैं ऐसे करूंगी कि थियेटर में बैठे लोग भी मुझे देखकर रोने लगे। मुझे उनसे कनेक्ट करना होगा। उसके बाद हमने सोच लिया उसकी एक्टिंग गॉड का ही गिफ्ट है।
(कुछ सवालों के हर्षाली ने अपनी मीठी बातों से दिए जवाब)
हर्षाली जब आप शूटिंग नहीं करती हैं जो आप पूरे दिन क्या करती हो?
मैं सुबह 8 बजे उठती हूं। उसके बाद तैयार होकर अपनी मराठी क्लास के लिए जाती हूं। वहां से वापस आने के मम्मी के साथ पढ़ती हूं और कुछ खाती हूं। उसके बाद अपने स्कूल के लिए तैयार होती हूं और स्कूल चली जाती हूं। स्कूल से वापिस आने के बाद मैं अपने दोस्तों के साथ थोड़ी देर खेलने जाती हूं और फिर घर आकर खाना खाकर सो जाती हूं। (हंसते हुए)
लोग आपसे ऑटोग्राफ लेने या आपके साथ फ़ोटो खिंचवाने आते हैं तो कैसा लगता है?
मुझे लोगों को ऑटोग्राफ देना और उनके साथ फ़ोटो खिंचाना अच्छा लगता है।
आपने ऑटोग्राफ देना कब सीखा?
मैंने बजरंगी भाईजान फिल्म की शूटिंग के टाइम ही अपना ऑटोग्राफ बना लिया था (शरारत भरे अंदाज़ में)। जब मैं थकी हुई होती हूं या मेरा मूड अच्छा नहीं होता और तब मुझसे कोई ऑटोग्राफ मांगे तो मुझे गुस्सा आ जाता है। (हर्षाली अपने ऑटोग्राफ में पहला अपना पूरा नाम लिखती है और फिर साथ में एक स्टार बनाती है)
आप बड़े होकर किस हीरोइन की तरह बनना चाहती हैं?
मुझे कटरीना कैफ और करीना कपूर बहुत पसंद हैं। मैं उन्हीं के जैसी बनना चाहती हूं। मुझे बड़े होकर बहुत बड़ा सुपरस्टार बनना है। मुझे अपने पैसों से खुद की वैनिटी वैन भी खरीदनी है।
यकीन मानिए सात साल की इस छोटी- सी बच्ची के जवाबों ने हमें भी हैरान कर दिया।