भारतीय पुरुष हॉकी टीम के नवनियुक्त कोच शुअर्ड मरेन का कहना है कि हीरो एशिया कप-2017 का टूर्नामेंट भारतीय टीम के लिए एक नई शुरुआत होगी. बेंगलुरू में जारी भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के शिविर में अभ्यास कर रही टीम को नए कोच मरेन समझने की कोशिश में लगे हुए हैं. उल्लेखनीय है कि एशिया कप की शुरुआत 11 अक्टूबर से हो रही है और ऐसे में टीम के पास तैयारियों के लिए अधिक समय नहीं रह गया है. कोच मरेन शिविर में टीम की मजबूती और कमजोरियों को समझने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी सरदार सिंह, एस.वी. सुनील और कप्तान मनप्रीत सिंह अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कोच की मदद कर रहे हैं. 


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एशिया कप के बाद भारतीय टीम दिसम्बर में वर्ल्ड हॉकी लीग फाइनल, अगले साल अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों के बाद 2018 विश्व कप में हिस्सा लेगी. ऐसे में ये टूर्नामेंट मरेन की कोचिंग की परीक्षा के परिणाम तय करेंगे. 


एक बयान में सोमवार को मरेन ने कहा, "हीरो एशिया कप टीम के लिए एक नई शुरुआत लेकर आएगा, जो खिताब जीतने के लिए मानसिक रूप से तैयार है. मेरा मानना है कि हॉकी इंडिया द्वारा शुरू की गई यह प्रक्रिया और टीम के हाई परफार्मेस डायरेक्टर डेविड जॉन की मदद से टीम के खेल को बेहतर रूप से जानने में मदद मिलेगी."


मरेन ने अपने पहले कुछ दिन टीम को बेहतर रूप से जानने में बिताए और अब वह इस चीज को समझने की कोशिश कर रहे हैं कि टीम किस प्रकार से खेलना चाहती है, ताकि लक्ष्य निर्धारित कर सकें. 


इस दौरान मरेन जूनियर खिलाड़ियों के विकास पर भी ध्यान देंगे, क्योंकि उन्हें अनुभवी और सीनियर खिलाड़ियों के स्तर तक पहुंचने में काफी समय लगेगा.


हीरो एशिया कप में भारत को पूल-ए में जापान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के साथ शामिल किया गया है. 


भारतीय टीम अपने अभियान का आगाज 11 अक्टूबर को जापान के खिलाफ करेगी और इसके बाद 13 अक्टूबर को उसका सामना बांग्लादेश से होगा. 15 अक्टूबर को टीम की भिड़ंत अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगी. 
इनपुट: आईएएनएस