Badminton Asia Team Championship 2024: भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने हॉन्गकॉन्ग पर 3-0 की जीत के साथ बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप (BATC) में अपना पहला मेडल पक्का कर लिया है. हालांकि, पुरुष टीम क्वार्टर फाइनल में जापान से 2-3 से हार गयी. टॉप वरीयता प्राप्त चीन को हराकर ग्रुप स्टेज में टॉप पर रहने के बाद भारत ने दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु, अस्मिता चालिहा और अश्विनी पोनप्पा-तनीषा क्रास्टो की डबल्स जोड़ी की जीत के दम पर हॉन्गकॉन्ग को हराया. अब भारत का मुकाबला जापान और चीन के बीच होने वाले दूसरे क्वार्टर फाइनल के विजेता से होगा. 


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महिला टीम ने किया शानदार प्रदर्शन


चोट के कारण लंबे समय बाद वापसी करते हुए सिंधु ने अपने से निचली रैंकिंग वाली लो सिन यान हैप्पी के खिलाफ कड़े मुकाबले में 21-7, 16-21, 21-12 से जीत दर्ज की. इसके बाद तनीषा और अश्विनी की महिला डबल्स जोड़ी ने येयुंग एनगा टिंग और येयुंग पुई लैम की दुनिया की 18वें नंबर की जोड़ी को 35 मिनट में 21-10, 21-14 से हराकर भारत की बढ़त दोगुनी कर दी. अस्मिता ने येयुंग सुम यी पर 21-12, 21-13 की आसान जीत से भारत की जीत पक्की की और टीम के लिए कम से कम ब्रॉन्ज मेडल पक्का कर लिया. 


सिंधु ने दिखाया शानदार खेल


दुनिया की 77वें नंबर की खिलाड़ी लो के खिलाफ सिंधु ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले गेम में 11-1 की बढ़त बनाई. भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद आसानी से पहला गेम जीत लिया. दूसरे गेम में सिंधु और लो के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और दोनों खिलाड़ी 10-10 पर बराबरी पर थीं. हॉन्गकॉन्ग की खिलाड़ी ने ब्रेक तक 11-10 की बढ़त बनाई, लेकिन खेल दोबारा शुरू होने पर लगातार चार अंक के साथ बढ़त 15-10 कर दी. सिंधु को शटल कंट्रोल करने में परेशानी हो रही थी और उन्होंने कई शॉट नेट पर और बाहर मारे. लो ने भी इस बीच कुछ अच्छे स्मैश लगाए और दूसरा गेम जीतकर स्कोर 1-1 कर दिया. 


तीसरे गेम में जीती सिंधु


तीसरे और निर्णायक गेम में सिंधु अच्छी लय में नजर आई. उन्होंने 5-1 की बढ़त बनाई और फिर ब्रेक तक 11-7 से आगे रहीं. सिंधु ने अपने विविधता से भरे शॉट से 17-8 की बढ़त बनाई. लो के नेट पर शॉट मारने से सिंधु को नौ मैच प्वाइंट मिले. लो ने एक मैच प्वाइंट बचाया, लेकिन फिर शॉट बाहर मारकर मैच सिंधु की झोली में डाल दिया. 


पुरुष टीम को मिली हार


भारतीय पुरुष टीम ने अच्छा प्रयास किया, लेकिन नर्वस किदाम्बी श्रीकांत निर्णायक पांचवें मैच में हार गए. भारत के लिए 2016 और 2020 में पुरुष टीम कॉम्पिटिशन में दो ब्रॉन्ज मेडल जीते थे. जापान की पुरुष टीम अपने टॉप खिलाड़ियों के बिना खेल रही थी, जिसमें दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी कोडाई नारोका तथा ताकुरो होकी और युगो कोबायाशी की 2021 वर्ल्ड चैम्पियन डबल्स जोड़ी मौजूद नहीं थी. हालांकि, भारतीय पुरुष टीम के लिए यह मुकाबला काफी कड़ा रहा. एच एस प्रणय को दुनिया के 12वें नंबर के खिलाड़ी केंटो निशिमोटो से 16-21, 24-26 से हार मिली, जिससे जापान ने 1-0 से बढ़त बना ली. 


भारत ने बना ली थी बढ़त  


शुरुआती मैच हारने के बाद भारत ने लगातार दो मैच जीतकर 2-1 से बढ़त ले ली थी. सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की नंबर एक जोड़ी ने फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए केन्या मितसुहाशी और हिरोकी ओकामुरा को 40 मिनट में 21-15,21-17 से हराकर भारत की मुकाबले में वापसी करायी. कॉमनवेल्थ गेम्स के चैम्पियन लक्ष्य सेन ने फिर कोको वाटानाबे को 21-19, 22-20 से हराकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया. 


आखिरी दो मैच हारा भारत 


2-1 से बढ़त लेने के बाद भारत लगातार दो मैच हार गया. एम आर अर्जुन और ध्रुव कपिला अपना मैच हार गए. उन्हें अकिरा कोगा और काजुकी शिबाटा से 17-21, 15-21 से हार मिली और जापान ने स्कोर 2-2 कर दिया. अब जिम्मेदारी श्रीकांत के कंधों पर थी. उन्होंने केंटो मोमोटा से पहला गेम 21-17 से जीता, लेकिन अगले दो गेम 9-21, 20-22 से गंवा दिए और इसी के साथ भारत क्वार्टर फाइनल मैच हार गया.