FLASHBACK : लक्ष्मण-द्रविड़ की इस साझेदारी ने 14 मार्च को बना दिया यादगार
14 मार्च 2001... ईडन गार्डन का मैदान... भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया... मैदान पर राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण... और क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया ये खास दिन.
नई दिल्ली : 14 मार्च 2001... ईडन गार्डन का मैदान... भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया... मैदान पर राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण... और क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया ये खास दिन.
वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने यूं तो कई शानदार पारियां खेली हैं, लेकिन 14 मार्च 2001 को ईडन गार्डन में खेली पारी सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो चुकी है. इसी पारी ने लक्ष्मण को वेरी वेरी स्पेशल और द्रविड़ को द वॉल का खिताब दिलवाया था.
इस पारी ने ना केवल इन दोनों खिलाड़ियों को, बल्कि भारतीय क्रिकेट को भी नई पहचान दिलवाई. वेरी वेरी स्पेशल लक्ष्मण की 2001 में अविजित मानी जाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ दूसरी पारी में बनाए 281 रन बनाए थे. इसी मैच में द वॉल राहुल द्रविड़ ने 180 रन बनाकर लक्ष्मण के साथ पांचवें विकेट के लिए 376 रनों की साझेदारी की थी. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने भारत के इन दोनों बेहतरीन बल्लेबाजों का कोई तोड़ नहीं था. सीरीज के इस दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 171 रनों से जीत मिली थी.
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लक्ष्मण ने यह पारी नहीं खेली होती तो शायद वह अधिक समय तक क्रिकेट नहीं खेल पाते. क्योंकि इस पारी से पहले तक लक्ष्मण कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस टेस्ट मैच के शुरू होने से पहले तक लक्ष्मण के नाम सिर्फ एक शतक था.
कुछ ऐसा रहा था ये मैच
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान दूसरी पारी में जब सचिन जल्दी आउट हो गए, तब लोग स्टेडियम छोड़कर जाने लगे. लेकिन अगले दिन बड़ी संख्या में लोग वापस स्टेडियम पहुंचे, लोगों की यह वापसी सचिन के लिए नहीं, बल्कि वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ के लिए थी. इस मैच में सचिन के आउट होने के बाद लक्ष्मण और गांगुली के आउट होने के बाद द्रविड़ मैदान पर उतरे और फिर हुआ ये चमत्कार.
इस मैच में दोनों के बीच 376 रनों की साझेदारी हुई. द्रविड़ 180 रन बनाकर आउट हुए जबकि लक्ष्मण ने 281 रन बनाए. भारत ने अपनी दूसरी पारी की घोषणा 657 रनों पर कर . इस तरह ऑस्ट्रेलिया के सामने 383 रन का लक्ष्य था. लक्ष्मण और द्रविड़ के बाद हरभजन सिंह ने अपना कमल दिखाया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के छह विकेट लेने में कामयाबी हासिल की और ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम सिर्फ 212 रन पर ऑल आउट हो गई. इस तरह भारत ने इस मैच को 171 रन से जीत लिया था.