T20 World Cup 2024: खेल जगत में कई ऐसी कहानियां सुनने को मिलती हैं जिसमें संघर्षों से लड़कर प्लेयर्स जीरो से हीरो बन जाते हैं. अब टी20 वर्ल्ड कप शुरू होने को है और इस टूर्नामेंट में ऐसे तीन खिलाड़ियों की कहानी ऐसी है कि किसी का भी दिल पसीज जाएगा. झुग्गियों से निकले इन प्लेयर्स को हम बेताज बादशाह कहें तो गलत नहीं होगा. ये तीनों प्लेयर्स युगांडा क्रिकेट टीम के हैं. एक खिलाड़ी को रिजर्व में जगह मिली है जबकि 2 टॉप-15 के स्क्वाड में शामिल हैं. 


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झुग्गी से निकले खिलाड़ी


युगांडा की राजधानी कम्पाला में 60 फीसदी आबादी ऐसी देखने को मिलती है जो झुग्गियों से आती है. ये तीनों प्लेयर्स भी झुग्गियों से आते हैं. ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप 2024 में युगांडा टीम का नेतृत्व करना इन प्लेयर्स के लिए एक सपने से कम नहीं होगा.जुमा मियागी (Juma Miyagi) जो युगांडा के तेज गेंदबाज हैं. मियागी का बचपन कम्पाला के बाहरी इलाके में नागुरू झुग्गी बस्ती में कटा है. 


2 साल अंडर-19 में प्रदर्शन


जुमा मियागी ने दो साल तक युगांडा की अंडर 19 टीम के लिए खेला है. उन्होंने अभी तक युगांडा के लिए 21 टी20 मैच खेले जिसमें उनके नाम 34 विकेट दर्ज हैं. युगांडा ने पिछले साल शानदार प्रदर्शन किया और पहली बार टी20 वर्ल्ड कप में खेलती नजर आएगी. मियागी युगांडा के गेंदबाजी क्रम की अहम कड़ी बन चुके हैं. मियागी जहां से निकले हैं वहां साफ पानी की सुविधा नहीं थी और न ही स्वास्थय को लेकर अच्छी सुविधाएं थी. मियागी के अलावा सिमोन सेसाजी और रिजर्व खिलाड़ी इनोसेंट एमवेबाजे की भी ऐसी ही कहानी है. युगांडा में कोच का पद संभाल रहे भारत के अभय शर्मा भी उनकी सघर्ष भरी कहानी सुन हैरान रह गए. 


क्या बोले कोच? 


इन प्लेयर्स की कहानी सुन अभय शर्मा ने त्रिनिदाद से पीटीआई से कहा, 'मैंने सोचा नहीं था कि वे ऐसे हालात में रहते हैं. वे अपने कोचों का काफी सम्मान करते हैं और उन्हें लगता है कि हम उनकी जिंदगी बदल सकते हैं.' युगांडा की टीम टी20 वर्ल्ड कप में सबसे पहले मैच में 3 जून को अफगानिस्तान से भिड़ेगी.