Dhruv Jurel: सिर्फ 15 फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले ध्रुव जुरेल रांची टेस्ट में मैच विनिंग प्रदर्शन के बाद हीरो बन गए हैं. उनकी शानदार बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग का हर कोई कायल हो गया है. कई दिग्गज तो उनकी तुलना एमएस धोनी से कर रहे हैं. इसी बीच टीम इंडिया के दिग्गज पूर्व गेंदबाज अनिल कुंबले ने भी उन्हें लेकर बयान दिया है और कहा है कि धोनी अपने करियर में जहां पहुंचे, वहां तक पहुंचने के लिए जुरेल के पास निश्चित रूप से सभी योग्यताएं हैं. बता दें कि सुनील गावस्कर भी जुरेल के टैलेंट की तारीफ कर चुके हैं.


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अगले धोनी बन सकते हैं जुरेल 


रांची में चौथे टेस्ट में भारत को जीत दिलाने के लिए 90 और 39 रनों की नाबाद पारी खेलने के बाद सुनील गावस्कर ने जुरेल को "एक और उभरता हुआ एमएस धोनी" कहा था. गावस्कर के बाद अब भारत के पूर्व कप्तान और लेग-स्पिन लीजेंड अनिल कुंबले ने भी जुरेल की तारीफ की है. हालांकि, कुंबले ने यह भी कहा कि जुरेल के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि ऋषभ पंत की वापसी के बाद उन्हें ही मौका मिलेगा. कुंबले ने यह भी माना कि जुरेल स्टंप के पीछे और हाथ में बल्ला लेकर, अगले धोनी बनने के सबसे करीब हैं.


आसान नहीं प्लेइंग-11 में जगह बनाना लेकिन...


कुंबले ने ऋषभ पंत को याद करते हुए कहा कि जुरेल की प्लेइंग-11 में जगह बनाना आसान नहीं होगा. उन्होंने कहा, 'ओह हां, वहां ऋषभ पंत है. हमें नहीं पता, निश्चित रूप से, वह कब वापस आता है, जब भी ऐसा होता है, उम्मीद है कि ऋषभ जल्द ही आएगा. लेकिन हां, जुरेल निश्चित रूप से एमएस तक पहुंचने के लिए सभी योग्यताएं हैं.' कुंबले ने कहा, 'जुरेल न केवल डिफेंड करने की अपनी तकनीक में, बल्कि आक्रमण करते समय भी अपना जज्बा दिखाया है. यहां तक कि उस पहली पारी (रांची में) में भी, जब उसने बड़े शॉट लगाए तो वह बहुत कन्फर्म था. जब वह टीम इंडिया के टेलेंडर्स के साथ बल्लेबाजी कर रहा था तो छक्के लगाए.'


कीपिंग की तारीफ की  


कुंबले ने जुरेल की विकेटकीपिंग की तारीफ करते हुए कहा, 'और स्टंप के पीछे भी शानदार प्रदर्शन के लिए जुरेल को सलाम. वह असाधारण रहे हैं. खासकर (कीपिंग करते समय) तेज गेंदबाजों के लिए. स्पिनरों के लिए, फिर से कुछ बहुत अच्छे कैच लिए और वह आगे सुधार करने जा रहे हैं. यह उनका केवल दूसरा टेस्ट है और मुझे यकीन है कि जैसे-जैसे वह अधिक से अधिक खेलना शुरू करेंगे वह और बेहतर होते जाएंगे और यह भारत के लिए अच्छा संकेत है.'