India vs Australia Test Series, Head Coach statement : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का शुरुआती टेस्ट मैच नागपुर में खेला जाएगा. इस मैच से पहले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के हेड कोच ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भारत की मेजबानी में होनी वाली इस सीरीज को लेकर अपनी टीम के सामने सबसे बड़ा चैलेंज भी बता दिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हेड कोच ने बताया बड़ा चैलेंज  


ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड का मानना है कि आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चार टेस्ट मैचों में उनकी टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती भारतीय स्पिनरों से निबटना होगी. ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी 9 फरवरी से नागपुर में होने वाले पहले टेस्ट मैच की तैयारियों में जुटी है. मैकडोनाल्ड ने इससे पहले अपने बल्लेबाजों को आगाह करते हुए कहा कि उन्हें ‘स्लाइड स्पिन’ से निबटने के लिए अपने खुद के तरीके खोजने होंगे. ऑस्ट्रेलिया ने प्रैक्टिस मैच खेलने के बजाय खुद ही अभ्यास करने को प्राथमिकता दी है.


स्लाइड-स्पिन पर कही ये बात


मैकडोनाल्ड ने बुधवार को टीम के बेंगलुरु रवाना होने से पहले कहा, ‘मेरा मानना है कि नई गेंद ज्यादा स्लाइड होती है. हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं. यह ‘स्लाइड स्पिन’ है. पूरी संभावना है कि हमारे ओपनरों को शुरू में स्पिन गेंदबाजों का सामना करना पड़ेगा. इसलिए प्रैक्टिस के दौरान इस पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. बल्लेबाजी कोच डिवा (माइकल डि वेंटो) इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं.’


अलूर में टीम कर रही है प्रैक्टिस


41 साल के पूर्व क्रिकेटर मैकडोनाल्ड ने आगे कहा, ‘सफलता की कुंजी इस तरह की गेंदबाजी को खेलने के लिए स्पष्टता होना है. यह व्यक्तिगत और परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.’ ऑस्ट्रेलिया की टीम अभी अलूर में प्रैक्टिस कर रही है. मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि बल्लेबाजों की अपने तरीके को लेकर स्पष्ट राय हो. आपको वैसी परिस्थितियां नहीं मिलेंगी, जैसी मैच में होती हैं. किसी क्रिकेट टूर में इस तरह की मुश्किल होती हैं.’ (PTI से इनपुट)


भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं