BCCI: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दो महीने पहले बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया आत्मविश्वास से भरी नजर आ रही थी. वहीं, भारतीय फैंस ने भी जीत का ठप्पा इन दोनों सीरीज पर पहले ही लगा दिया था. लेकिन बांग्लादेश का सूपड़ा साफ करने के बाद टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ औंधे मुंह गिरी. जिसके चलते BCCI की मैराथन बैठक में कप्तान रोहित और कोच गंभीर निशाने पर नजर आए. बीसीसीआई कप्तान और कोच के दो फैसलों से नाखुश नजर आया है. 


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हार पर चर्चा के लिए हुई बैठक


बीसीसीआई ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की 0-3 की करारी हार की विस्तार से समीक्षा की. मीटिंग में मुंबई टेस्ट के लिए टर्नर का चयन, जसप्रीत बुमराह को आराम देना और गौतम गंभीर की कोचिंग शैली का मुद्दा रखा गया. बैठक में  कप्तान रोहित शर्मा, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और मुख्य कोच गंभीर के साथ बीसीसीआई सचिव जय शाह और अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद रहे. साउथ अफ्रीका दौरे के चलते गंभीर ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए. पता चला है कि सीरीज के दौरान टीम प्रबंधन द्वारा लिए गए कुछ फैसलों के बारे में सवाल किए गए.


BCCI की खुली चेतावनी


बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर पीटीआई को बताया, 'यह छह घंटे की मैराथन बैठक थी, जो इस तरह की हार के बाद तय थी. भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा रहा है और बीसीसीआई यह सुनिश्चित करना चाहेगा कि टीम वापस पटरी पर लौट आए. बोर्ड जानना चाहेगा कि थिंक-टैंक (गंभीर-रोहित-अगरकर) इस बारे में क्या सोच रहे हैं.'


बुमराह को क्यों मिला रेस्ट?


सूत्र ने बताया, 'बुमराह की अनुपस्थिति को लेकर मीटिंग में चर्चा की गई. हालांकि यह एक एहतियाती कदम था. इन पिचों पर भारत के अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद रैंक टर्नर का विकल्प चुनना कुछ ऐसे मुद्दे हैं. जिन पर चर्चा हुई.'