Gautam Gambhir and Virat Kohli Full Interview: विराट कोहली और गौतम गंभीर का नाम जब भी एक-साथ आया तो विवादों की चर्चा हुई. लेकिन अब दिल्ली बॉयज के बीच जो ब्रोमांस और प्रेम देखने को मिला है वो अलग ही फील दे रहा है. फैंस दोनों की बॉन्डिंग को खूब पसंद कर रहे हैं. बीसीसीआई ने दोनों के इंटरव्यू को शेयर किया जिसमें कभी पुरानी यादें, कुछ बड़ी पारियां तो कुछ दिलचस्प बातें दोनों ने शेयर की. बैटिंग के दौरान कई खिलाड़ी कुछ चीजों को लक फैक्टर मानते हैं. कोई रूमाल तो कोई ग्लव्स से आत्मविश्वास लेता है. लेकिन विराट कोहली और गौतम गंभीर बैटिंग से पहले जो काम करते थे वो लगभग एक जैसा ही है. 


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भगवान को याद करते हैं कोहली


गंभीर ने इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया कि वह बैटिंग के दौरान ‘हनुमान चालीसा’ पढ़ते थे. वहीं, कोहली बताते हैं कि उनकी जुबां पर ‘ओम नम: शिवाय’ यानि भगवान शिव का नाम रहता है. मैदान पर आक्रामकता के लिये मशहूर स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और मुख्य कोच गौतम गंभीर दोनों दिल्ली से हैं और इनके बीच कई समानताओं में से एक यह भी है कि ईश्वर पर दोनों की अटूट आस्था है. गंभीर ने बताया कि जब वह पंद्रह साल पहले नेपियर में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट बचाने की कोशिश में थे तब उन्होंने कैसे ‘हनुमान चालीसा’ पढी और दो दिन तक चली एक यादगार पारी खेल डाली.


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गौतम गंभीर ने याद की वो पारी


विराट कोहली ने गंभीर से सवाल किया, 'भारत-आस्ट्रेलिया सीरीज पर बात करते हैं. सबसे खास हमारी धरती पर बनाया गया दोहरा शतक होगा. मैं जानना चाहता हूं कि उस समय दिमाग में क्या चल रहा था. आपने इतने स्थिर और संयमित होकर कैसे खेला? गंभीर ने इस पर जवाब दिया, 'मेरे बारे में बात करने की बजाय मुझे याद है कि आस्ट्रेलिया में जब तुमने बंपर श्रृंखला खेली थी. जहां तुमने बेशुमार रन बनाये और तुमने मुझे बताया कि तुम हर गेंद से पहले ओम नम: शिवाय बोल रहे थे. इससे तुम्हे मदद मिली.' 


अपनी पारी पर क्या बोले गंभीर?


गंभीर ने 10 घंटे 43 मिनट तक चली पारी में 136 रन बनाकर भारत को पारी की हार से बचाया था.  गंभीर ने उस पारी पर कहा,  'नेपियर में ढाई दिन तक चली पारी के दौरान मैने एक ही काम किया कि हनुमान चालीसा पढता रहा. तुमने ओम नम: शिवाय जपा तो मैने हनुमान चालीसा पढी. इससे काफी मदद मिली. अपने कैरियर में ऐसे मौके कम आते हैं और वह अलौकिक अहसास है.'