नई दिल्ली: आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में शुक्रवार (23 नवंबर) को इंग्लैंड के खिलाफ भारत को आठ विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. इस हार के बाद भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है. दरअसल, सेमीफाइनल मैच के लिए हरमनप्रीत कौर ने मिताली राज को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया था. मिताली राज जैसी अनुभवी खिलाड़ी को अहम मुकाबले से बाहर रखने का फैसले के बाद से हरमनप्रीत कौर को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है और साथ ही उन्हें इस हार के लिए जिम्मेदार भी ठहराया जा रहा है. 


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हालांकि, कप्तान हरमनप्रीत कौर का कहना है कि उन्हें इस फैसले पर कोई खेद नहीं, क्योंकि इसे टीम के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया था. हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा, ''हमने जो भी फैसला किया वह टीम के हित में किया. कई बार यह सही रहता है और कई बार नहीं. इसका खेद नहीं है. हमारी टीम ने पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह से बल्लेबाजी की उस पर मुझे गर्व है.'' 


बता दें कि मिताली राज के स्ट्राइक रेट पर हमेशा सवाल उठाए जाते रहे हैं, लेकिन तानिया भाटिया भी तेजी से रन नहीं बना पा रही थी और वेदा कृष्णमूर्ति अच्छी फॉर्म में नहीं चल रही थी और ऐसे में एक अनुभवी बल्लेबाज को बाहर रखना भारत पर भारी पड़ गया. हरमनप्रीत के इस बयान के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है.


फैन्स मिताली राज की तुलना टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ कर रहे हैं. फैन्स का कहना है कि 2018 में महेंद्र सिंह धोनी को टी-20 टीम और मिताली राज को टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से बाहर करना सबसे घटिया फैसला है.



इसके साथ ही फैन्स सोशल मीडिया पर मिताली राज के रिकॉर्ड्स को भी शेयर कर रहे हैं. 



फैन्स का कहना है कि हरमनप्रीत का फैसला सबसे खराब रहा है. 



फैन्स हरमनप्रीत के इस फैसले को उनका घमंड भी बता रहे हैं. फैन्स का कहना है कि हरमनप्रीत कौर खुद को मिताली राज से ज्यादा सर्वश्रेष्ठ समझ रही हैं. 



बता दें कि भारतीय बल्लेबाज बुरी तरह नाकाम रही और पूरी टीम 112 रन पर सिमट गई. उसके आखिरी आठ विकेट 24 रन के अंदर गिरे. डगआउट में बैठी मायूस मिताली का चेहरा पूरी कहानी कह रहा था. टॉस के समय हरमनप्रीत ने कहा था, ''यह मिताली के चयन की बात नहीं है, यह विजयी संयोजन को बनाए रखना है.'' इस फैसले पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कमेंट्री करते हुए सवाल उठाए, लेकिन हरमनप्रीत ने अपने निर्णय का बचाव किया.