HS Prannoy: एचएस प्रणय ने रचा इतिहास, ये खिताब जीतने वाले बने पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी
Malaysian Masters: भारत के वर्ल्ड नंबर-9 शटलर एचएस प्रणय (HS Prannoy) ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट (Malaysia Masters 500 Trophy) पहली बार जीता है.
Malaysia Masters 500 Trophy: भारत के वर्ल्ड नंबर-9 शटलर एचएस प्रणय (HS Prannoy) ने मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट (Malaysia Masters 500 Trophy) में चीन के वेंग होंग यांग को तीन गेमों के कड़े संघर्ष में 21-19, 13-21, 21-18 से हराकर अपना पहला बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर खिताब (BWF World Tour title) जीत लिया है. वह भारत के लिए पुरुष सिंगल्स में यह खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने हैं.
एचएस प्रणय ने रचा इतिहास
इस जीत के साथ, प्रणय (HS Prannoy) ने छह साल से अधिक समय में अपना पहला पुरुष एकल खिताब हासिल किया, जो उनके करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. उन्होंने पहले 2017 यूएस ओपन में खिताब जीता था, जो कि बीडब्ल्यूएफ ग्रां प्री का एक हिस्सा था, जो वर्तमान बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर का पूर्ववर्ती है. साल का अपना पहला फाइनल खेल रहे प्रणय और यांग पहले गेम की शुरूआत में ही आमने-सामने हो गए. जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, दोनों खिलाड़ियों ने बढ़त हासिल करने के लिए संघर्ष किया. 16-16 के बराबर स्कोर के साथ, भारतीय ने अपने खेल में सुधार किया और मैच में पहला गेम जीत लिया.
दोनों खिलाड़ियों के बीच शानदार टक्कर
प्रणय (HS Prannoy) मैच के दूसरे गेम में लय बरकरार रखने में नाकाम रहे और चीनी खिलाड़ी ने मिडवे ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बना ली. बाद में, उन्होंने लगातार छह अंक जीते और दूसरे गेम में जीत हासिल कर मैच को निर्णायक गेम में पहुंचा दिया. आखिरी गेम में, भारतीय खिलाड़ी ने धीमी शुरूआत की और शुरूआत में 2-5 से पीछे हो गया, लेकिन उसने ठोस वापसी करते हुए 9-9 से स्कोर टाई कर दिया. 18-ऑल के स्कोर पर प्रणय ने बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 इवेंट जीतने के लिए तीन बैक-टू-बैक अंकों के साथ मैच को समाप्त कर दिया.
प्रणय ने दिखाया दमदार खेल
सेमीफाइनल के दौरान चोट के कारण इंडोनेशिया के क्रिश्चियन एडिनाटा के हटने के बाद प्रणय (HS Prannoy) फाइनल में पहुंच गए. इससे पहले, 30 वर्षीय प्रणय ने क्वार्टर फाइनल और प्री-क्वार्टर फाइनल में क्रमश: जापान के केंटा निशिमोटो और मौजूदा ऑल इंग्लैंड चैंपियन ली शि फेंग को हराया था.