IND vs AUS: नागपुर टेस्ट में पहले ही दिन मान ली ऑस्ट्रेलिया ने हार, अब टीम ने शुरू कर दिया `चीटिंग-चीटिंग` का खेल!
IND vs AUS 1st Test: ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी नागपुर टेस्ट मैच में पहले दिन 177 रन पर सिमट गई. फिर भारत ने एक विकेट पर 77 रन बनाकर खुद की स्थिति मजबूत कर ली. फिर शुरू हुई बयानबाजी, ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा टीम के ही एक खिलाड़ी ने बयान दिया. ऐसा पहले भी हुआ है, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम से मैच फिसल रहा होता है तो फिर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो जाता है.
India vs Australia 1st Test, Peter Handscomb Statement : भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के शुरुआती टेस्ट मैच में फ्रंट-फुट पर नजर आ रही है. स्पिनरों के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी टीम इंडिया ने महज 177 रन पर समेट दी. अब ऑस्ट्रेलिया का वही पुराना खेल शुरू हो गया है. मेहमान टीम के एक खिलाड़ी ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद बयान दिया है.
पिच पर रोना शुरू!
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने भारत के खिलाफ चार मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट मैच के शुरुआती दिन के खेल खत्म होने के बाद गुरुवार को कहा कि नागपुर की पिच ने उनकी टीम को ‘चकमा’ दिया. हैंड्सकॉम्ब ने कहा कि गेंद उनकी उम्मीदों के मुताबिक टर्न नहीं की. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के कई बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर आउट हुए. टीम 63.5 ओवर में 177 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. सबसे ज्यादा रन मार्नस लाबुशेन ने बनाए. उन्होंने 123 गेंदों का सामना किया और 8 चौकों की मदद से कुल 49 रन बनाए. मैच के पहले दिन स्टंप्स तक भारत ने एक विकेट पर 77 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.
'हमने जितना सोचा, उतना नहीं मिला'
पीटर हैंड्सकॉम्ब ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘निश्चित तौर पर परिस्थितियां आसान नहीं थीं. यह मुश्किल है क्योंकि पिच से होने वाली हरकत आपके दिमाग के साथ खेल रही थी. हमने हालांकि जितना सोचा था, गेंद उतना टर्न नहीं हो रही थी. इसी से हमें परेशानी हुई, हम स्पिन के लिए खेल रहे थे और गेंद सीधी आ रही थी.’
भारतीय गेंदबाजों की तारीफ
मैच में 31 रन की पारी खेलने वाले हैंड्सकॉम्ब ने भारतीय गेंदबाजों की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के बोलर्स ने कसी हुई लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी की जिससे रन बनाने का मौका नहीं मिल पाया. हैंड्सकॉम्ब ने कहा, ‘रवींद्र जडेजा बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, वास्तव में वह बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने दे रहे थे. मुझे भी लगा कि उनके खिलाफ रन बनाना काफी मुश्किल है.’
AUS मीडिया ने पहले ही लगाए थे बेबुनियाद आरोप
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पहले भी ऐसा करते आए हैं. जब मैच हाथ से फिसल रहा होता है तो फिर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो जाता है. कभी पिच को जिम्मेदार बताना तो कभी दूसरे ही मामलों को तूल देना पहले भी होता रहा है. इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई मीडिया भी पिच को लेकर खबरें छाप रहा था. इतना ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया के एक चैनल से तो सीधे-सीधे पिच को लेकर 'षड्यंत्र' रचने की बात तक कही थी.
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