IND vs SA: दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज डेविड मिलर ने कहा कि खेल को लेकर उनके तेवर एक दशक पहले जैसे ही हैं लेकिन अपने खेल को बेहतर समझकर वह अब दबाव का सामना आसानी से कर पा रहे हैं. अपने पहले ही सत्र में आईपीएल खिताब जीतने वाली गुजरात टाइटंस के लिए 481 रन बनाने वाले मिलर ने कम से कम चार मैचों में फिनिशर की भूमिका निभाई.


आईपीएल में किया था कमाल


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उन्होंने कहा, ‘आईपीएल शुरू होने से पहले मेरा लक्ष्य अधिक रन बनाना और जीत में फिनिशर की भूमिका निभाना था. मध्यक्रम में उतरने पर आप ऐसा ही सोचते हैं और मुझे खुशी है कि मैं यह कर सका.’ मिलर ने कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा कि मैंने कुछ अलग किया है. मैं लंबे समय से खेल रहा हूं और समय के साथ हर कोई परिपक्व होता है. मैं अब अपने खेल को बेहतर समझता हूं.’


दवाब का सामना बखूबी करता हूं- मिलर


मिलर ने कहा, ‘मैं अभी भी नर्वस होता हूं और नकारात्मक सोचने लगता हूं लेकिन अब दबाव का सामना बखूबी कर पाता हूं. अपने खेल को बेहतर समझने से ही मदद मिली.’ दक्षिण अफ्रीका के लिए 95 टी20 मैच खेल चुके मिलर का मानना है कि चेंज रूम में वह ठहराव लाते हैं.


उन्होंने कहा, ‘मैं चेंज रूम में वह ठहराव लेकर आता हूं. युवा खिलाड़ियों की मदद की कोशिश करता हूं और खुद भी बेहतर करने का प्रयास रहता है. युवाओं से सीखता भी हूं.’ उन्होंने कहा कि आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बाद उन पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं है.


उन्होंने कहा, ‘कोई अतिरिक्त दबाव नहीं है. हर अंतरराष्ट्रीय मैच में दबाव होता है. मैं इसे उस तरह से नहीं देखता. अनुभव के साथ दबाव का बखूबी सामना कर रहा हूं. मालदीव में दो दिन के ब्रेक से तरोताजा होने में काफी मदद मिली.’