KL Rahul के आते ही खत्म हुआ Rohit के Best Friend का करियर? अब नहीं मिलता मौका
IND vs SA: भारतीय टीम के स्टार ओपनर केएल राहुल शायद इस वक्त अपने करियर की सबसे शानदार फॉर्म में हैं. लेकिन राहुल के चलते एक खिलाड़ी का करियर लगभग खत्म होने पर पहुंच गया है.
नई दिल्ली: भारतीय टीम के स्टार ओपनर केएल राहुल शायद इस वक्त अपने करियर की सबसे शानदार फॉर्म में हैं. इंग्लैंड की धरती पर धमाल मचाने के बाद राहुल ने अब साउथ अफ्रीका में आते ही शतक लगा दिया है. रोहित शर्मा के साथ केएल राहुल की जोड़ी तीनों फॉर्मेट में हिट रही है. लेकिन इन दोनों की जोड़ी के चलते एक खिलाड़ी का करियर लगभग खत्म होने पर पहुंच गया है.
खत्म हुए रोहित के बेस्टफ्रेंड का करियर?
रोहित शर्मा और केएल राहुल की वजह से एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिसके तीनों फॉर्मेट में अब खेलने का मौका नहीं मिलता है. ये खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि दिग्गज बल्लेबाज शिखर धवन हैं. एक समय ऐसा था जब शिखर धवन को टीम इंडिया का बड़ा मैच विनर माना जाता था और रोहित शर्मा के साथ उनकी ओपनिंग जोड़ी हिट मानी जाती थी, लेकिन सेलेक्टर्स इस बल्लेबाज को लंबे समय से टेस्ट, वनडे और टी20 किसी भी टीम में मौका ही नहीं दे रहे. शिखर धवन के लिए पहले तो मयंक अग्रवाल और केएल राहुल के कारण टेस्ट टीम के दरवाजे बंद हो गए.
नहीं मिल रहा कोई मौका
इतना ही नहीं इसके बाद वनडे और टी20 टीम से भी 35 साल के शिखर धवन की छुट्टी हो गई. शिखर धवन की जगह अब वनडे और टी20 टीम में केएल राहुल को ज्यादा मौके दिए जाते हैं. हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप और न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में भी शिखर धवन को मौका नहीं मिला था. अब तो ऐसा लगता है कि टेस्ट और टी20 में धवन को कभी मौका नहीं मिलने वाला.
टेस्ट क्रिकेट के दरवाजे लगभग बंद
रोहित शर्मा और केएल राहुल के टेस्ट ओपनर के तौर पर जगह पक्की करने के बाद शिखर धवन की टेस्ट टीम में वापसी मुमकिन नजर नहीं आती. धवन टेस्ट क्रिकेट में 2018 से नहीं खेले हैं और उसके बाद किसी भी टेस्ट सीरीज में इन्हें खेलने का मौका नहीं दिया गया. यह सब देखकर समझ आता है कि टेस्ट क्रिकेट में धवन के लिए अब दरवाजे बंद हो चुके हैं.
मैच विनर हैं धवन
शिखर धवन के आंकड़ों को देखा जाए तो वह क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में अव्वल खिलाड़ी दिखाई देते हैं. टेस्ट क्रिकेट में भी शिखर ने 34 मैच में 41 की औसत से 2300 से अधिक रन बनाए हैं, जिसमें इन्होंने शानदार 7 शतक लगाए हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि चयनकर्ताओं ने धवन का सही आंकलन नहीं किया है.