नई दिल्ली  : ऑस्ट्रेलिया की टीम ने बोर्ड प्रेजीडेंट 11 के साथ अभ्यास मैच में अपने तेवर दिखा दिए हैं. उनकी जीत ने यह संकेत भी दिया है कि ऑस्ट्रेलिया उन्हें कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है. बांग्लादेश से अंतिम टेस्ट मैच जीत कर ऑस्ट्रेलिया की टीम पूरे जोश में भारत आई है. इस टेस्ट में जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी की है, उससे भारतीय टीम को यह समझ में आ गया होगा कि ऑस्ट्रेलिया बिना लड़े कोई भी नहीं हारना चाहेगा. मजेदार बात है कि ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच होने वाले वन डे में तो मुकाबला इन दोनों टीमों के बीच ही होगा. लेकिन दरअसल इन मैचों  में पांच और मुकाबले हो रहे होंगे. अलग-अलग खिलाड़ियों के बीच. आइए देखते हैं कौन-कौन से खिलाड़ी आपस में भिड़े होंगेः 


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महेंद्र सिंह धोनी बनाम नाथन कोल्टर नील 
श्रीलंका दौरे से पहले एमएसके प्रसाद ने जब धोनी की क्षमताओं पर सवाल उठाये थे, तो उनकी तरफ बहुत सी उंगलियां उठी थीं. लेकिन धोनी ने इसे एक चुन©ती के रूप में स्वीकार किया. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ लगातार रन बनाए. उन्होंने फिनिशर की अपनी भूमिका को बखूबी निभाया. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के साथ यह मुकाबला उतना आसान नहीं होगा. पेस बॉलर्स के सामने धोनी अक्सर परेशानियों में पड़ते रहे हैं. तेज गेंदबाजों की शॉर्ट और गुड लेंथ गेंदों धोनी को असहज कर देती हैं. धोनी का यह असली मुकाबला नाथन कोल्टर नील के साथ होगा. कोल्टर एक उमदा तेज गेंदबाज हैं. और यदि दिन उनका हो तो वह अच्छी से अच्छी बल्लेबाजी को ध्वस्त कर सकते हैं. धोनी को एक बार फिर यह साबित करना होगा कि वह अभी चूके नहीं हैं. 


ग्लैन मैक्सवेल बनाम युजवेंद्र चहल 
इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के बावजूद यह देखा गया था कि ग्लैन मैक्सवेल लैग स्पिनर युजवेंद्र चहल के सामने सहज नहीं रह पाते थे. हालांकि मैक्सवेल ने स्पिनर्स के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी खासी बेहतर बनाई है. इस साल शुरू में रांची टेस्ट में शतक लगाकर उन्होंने यह साबित भी किया था. लेकिन जब वन रंगीन ड्रेस में होते हैं तो उनसे उम्मीदें कुछ ज्यादा ही होती हैं. दूसरी तरफ यदि चयनकर्ताओं की बात पर भरोसा किया जाए तो चहल भविष्य का गेंदबाज है. चहल और मैक्सवेल के बीच मुकाबला जोरदार हो सकता है. 


स्टीव स्मिथ बनाम जसप्रीत बुमराह 
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ का भारत के खिलाफ सात पारियों में औसत 66.72 का है. यह औसत तीनों फोरमेट में किसी दूसरे बल्लेबाज का नहीं है. यानी स्मिथ को भारतीय पिचें और गेंदबाज रास आते हैं. लेकिन जिस तरह से जसप्रीत बुमराह पिछले कुछ समय में एक बेहतरीन तेज गेंदबाज के रूप में उभरे हैं, उनकी रैंकिंग में उछाल आया है, उससे स्मिथ की परेशानी बढ़ सकती है. बुमराह की वैरीएशन और शानदार यॉर्कर और स्मिथ की तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजी की बीच जोरदार जंग इस सीरीज में देखने को मिलेगी. 


विराट कोहली बनाम जेम्स फॉक्नर 
क्रिकेट मैदान पर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और जेम्स फॉक्नर की जंग भी किसी से छिपी नहीं है. दोनों ही अपनी इमोशंस को बिंदास अंदाज में प्रकट करते हैं. अक्सर दोनों ही खिलाड़ी एक दूसरे को उत्तेजित करने वाली भाषा का भी प्रयोग कर लेते हैं. ताकि उनकी प्रतिद्वंद्विता साफ दिखाई पड़े. मैलबोर्न में दोनों टीमों के बीच हुए मुकाबले में विराट ने चिल्लाते हुए कहा था, याद रखो मैंने तुम्हारी कितनी पिटाई की है....जाओ और चुपचाप गेंदबाजी करो. फाकनर भी आईपीएल के अनुभव के बाद टीम के लिए उपयोगी साबित होना चाहेंगे. 


रोहित शर्मा बनाम पैट कमींस
रोहित शर्मा को सफेद बॉल के खिलाफ बेस्ट ओपनर माना जाता है. रोहित अगर रन बनाते हैं तो भारतीय टीम को एक ऐसा प्लेटफॉर्म मिल जाएगा जिससे बाकी खिलाड़ी बड़ा स्कोर कर सकते हैं. लेकिन ओपन करते हुए रोहित का सामना पैट कमींस से होगी. पैट ऑस्ट्रेलियाई टीम का मुख्य गेंदबाज है. टीम में वापसी करने के बाद से वह लगातार उमदा प्रदर्शन कर रहे हैं. पैट कमींस एक मैच विनर खिलाड़ी हैं. पहले पॉवर प्ले में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है.