IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे वानखेड़े टेस्ट मैच में दो दिन का खेल हो चुका है. इन 48 घंटों में वानखेड़े के मैदान पर जो खेल हुआ, उसमें कुछ ऐसा करिश्मा देखने को मिला, जो इतिहास में कभी नहीं हुआ. दूसरे दिन स्टंप्स तक बांए हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा (52 रन पर 4 विकेट) और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (63 रन पर 3 विकेट) ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में भारत की जीत की उम्मीद जगा दी.


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ऐसा रहा दूसरे दिन का खेल


न्यूजीलैंड ने अपनी दूसरी पारी में दूसरे दिन स्टंप्स तक 9 विकेट 171 रन पर खो दिए और उसके पास 143 रन की बढ़त है. इससे पहले दिन की शुरुआत भारत की बल्लेबाजी से हुई. शुभमन गिल (90), ऋषभ पंत (60) और वॉशिगटन सुंदर (नाबाद 38) की शानदार पारियों से भारत ने पहली पारी में 263 रन बनाकर 28 रन की बढ़त हासिल की थी. न्यूजीलैंड ने पहली पारी के 235 रन बनाए थे. 


भारत की शानदार बॉलिंग


न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में तेज गेंदबाज आकाशदीप ने कीवी कप्तान टॉम लैथम को 1 रन पर बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई. जिसके बाद अश्विन और जडेजा ने मेहमानों की पारी को अस्त-व्यस्त कर दिया. वाशिंगटन सुंदर ने कॉनवे का विकेट झटका. अश्विन-जडेजा ने इसके बाद अगले सात विकेट निकालकर भारत के लिए जीत की उम्मीद जगा दी. मैच का फैसला कल (रविवार) पहले सेशन या दूसरे सेशन में हो जाएगा. विल यंग इस पारी में न्यूजीलैंड के सबसे सफल बल्लेबाज रहे, जिन्होंने 100 गेंदों में 51 रन बनाए और दो चौके और एक छक्का भी जड़ा. बाकी बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे.


वानखेड़े का बदल गया इतिहास


इस मैच के दो दिनों में वानखेड़े का इतिहास बदल गया. दरअसल, पहले दिन कुल 14 विकेट गिरे थे, जबकि दूसरे दिन 15 बल्लेबाज आउट हुए. अगर दोनों दिनों के विकेट जोड़ दें तो कुल 29 विकेट गिरे. यह वानखेड़े में हुए किसी भी टेस्ट मैच के शुरुआती दो दिनों में गिरे सबसे ज्यादा विकेट हैं. इससे पहले सबसे ज्यादा 25 विकेट गिरे थे, जब भारत का सामना 2000 में साउथ अफ्रीका से हुआ था.