नई दिल्ली: चेतेश्वर पुजारा जब क्रीज पर आते हैं, जो उनकी बल्लेबाजी देख फैंस में भी सुस्ती आने लगती है. चेतेश्वर पुजारा जरूरत से ज्यादा डिफेंसिव होकर खेलते हैं, जिसकी वजह से टीम इंडिया को नुकसान भी उठाना पड़ा है. केपटाउन में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन एक बार फिर चेतेश्वर पुजारा ने टीम इंडिया को धोखा दे दिया. पुजारा सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए. इस खराब प्रदर्शन के साथ ही पुजारा का टेस्ट करियर भी लगभग खत्म हो गया है. 


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साउथ अफ्रीका दौरे के साथ ही खत्म हुआ पुजारा का करियर


टीम इंडिया को अब साउथ अफ्रीका दौरे के बाद अगली टेस्ट सीरीज 25 फरवरी 2022 से श्रीलंका के खिलाफ भारत में खेलनी है. इस टेस्ट सीरीज में सेलेक्टर्स पक्के तौर पर चेतेश्वर पुजारा का पत्ता काट देंगे, क्योंकि ये खिलाड़ी लंबे समय से टीम इंडिया के लिए बोझ बना हुआ है. पुजारा लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. ऐसे में घटिया बल्लेबाजी के कारण पुजारा टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में फिट नहीं बैठते. 


अगली सीरीज में नंबर 3 पर नजर आएगा ये बल्लेबाज


पुजारा ने अब तक जिस तरह से बल्लेबाजी की हैं, उस पर सवाल उठ रहे हैं. पुजारा खराब गेंदों पर भी रन बनाने का मौका गंवाते रहे हैं. आइए एक नजर डालते हैं कि कौन सा वह खिलाड़ी है, जो श्रीलंका के खिलाफ 25 फरवरी 2022 से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में पुजारा की जगह नंबर 3 पर ले सकता है. 


अगली सीरीज में नंबर 3 पर नजर आएगा ये बल्लेबाज  


हनुमा विहारी के रिकॉर्ड देखें तो उन्हें नंबर 3 पर चेतेश्वर पुजारा की जगह पर प्रबल दावेदार माना जा रहा है. टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज हनुमा विहारी अक्सर टीम की प्लेइंग इलेवन से अंदर-बाहर होते रहते हैं. टीम इंडिया चेतेश्वर पुजारा की जगह हनुमा विहारी को नंबर 3 पर मौका दे सकती है. 28 साल के हनुमा विहारी ने 13 टेस्ट मैचों में 34.02 की औसत से 684 रन बनाए हैं.


इंजेक्शन लेकर टीम के लिए दी थी कुर्बानी


हनुमा विहारी ने पिछले साल जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच में घायल होने के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को धराशाई कर दिया. सिडनी टेस्ट में कंगारू टीम मुकाबला जीतने की कगार पर थी, लेकिन हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) दीवार की तरह खड़े रहे और मुकाबला ड्रॉ कराया. हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने एक  वेबसाइट पर दिए गए इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने इंजेक्शन लेने के बाद खेला था. उन्होंने कहा, ‘मैंने दर्द निवारक (पेन किलर) इंजेक्शन लिया था और मेरे पैर में टेप भी बंधी हुई थी. मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि मुझे अपनी टीम के लिए खड़े रहना है. मैंने सोच लिया था कि मुझे हर हाल में करीब तीन घंटे बल्लेबाजी करनी है’.  


ऐसा लगा जैसे एक पैर ही नहीं है


विहारी ने कहा, ‘टी ब्रेक के दौरान मैंने इंजेक्शन लिया था. इसके बाद मुझे दर्द तो महसूस नहीं हो रहा था, लेकिन दाहिने पैर में कमजोरी जरूर लग रही थी. मुझे अपना दाहिना पैर बिल्कुल भी महसूस नहीं हो रहा था. इतनी पेन किलर लेने के बाद मुझे दर्द तो नहीं हो रहा था, लेकिन मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरा एक पैर ही नहीं है’.


उन्होंने कहा, ‘"मैं जानता था कि वहां मेरी सीरीज का अंत हो गया है. मुझे पता था कि यह कोई क्रैंप या छोटी मोटी चोट नहीं है. मैं जानता था कि मैंने अपनी हैमस्ट्रिंग को फाड़ दिया था. क्योंकि मैंने पहले भी ऐसा किया है. मैं चल या दौड़ नहीं सकता था’. बता दें कि विहारी (Hanuma Vihari) ने सिडनी टेस्ट में 161 गेंदो में नाबाद 23 रनों की पारी खेली.