नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर के विदाई मैच में मैन ऑफ द मैच रहे लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. उन्होंने इसकी घोषणा शुक्रवार को की. 33 साल के प्रज्ञान ओझा ने भारत के लिए 24 टेस्ट, 18 वनडे और छह टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 मैचों क्रमश: 113, 21 और 10 विकेट लिए हैं. 

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प्रज्ञान ओझा ने अपने संन्यास की जानकारी ट्विटर पर दी. ओझा ने कहा, ‘क्रिकेटर बनना और अपने देश का प्रतिनिधित्व करना, मेरा सपना था. मैंने यह सपना पूरा किया. मैंने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे. कुछ समय के बाद मैंने महसूस किया कि एक खिलाड़ी की विरासत न केवल उसकी मेहनत और समर्पण है, बल्कि विश्वास और मार्गदर्शन भी है, जोकि उसे एसोसिएशन, टीम प्रबंधन, टीम के साथी, कोच और प्रशंसकों से मिलता है.’

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प्रज्ञान ओझा ने भारत के लिए अपना अंतिम मैच 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सचिन तेंलुदकर (Sachin Tendulkar) के विदाई मैच में खेला था. ओझा ने उस टेस्ट मैच में 10 विकेट लिए थे और इसके लिए उन्हें मैन आफ द मैच का पुरस्कार मिला था. ओझा ने अपना पिछला मैच प्रथमश्रेणी मैच के रूप में नवंबर 2018 में बिहार के लिए खेला था. 

 




ओझा ने आगे लिखा, ‘मैं वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मुझे एक बड़े भाई की तरह मेंटॉर किया. वेंकटपति राजू (Venkatapathy Raju) का भी आभारी हूं, जो मेरे आदर्श थे और मैंने हमेशा उनका अनुकरण किया. हरभजन सिंह को निरंतर सलाह देने और एमएस धोनी को मुझे भारतीय कैप पहनने के लिए सम्मानजनक अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं.’

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उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे लिए सबसे यादगार क्षण महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से मेरे टेस्ट कैप को प्राप्त करने का, फिर देश के लिए 100 टेस्ट विकेट लेने की उपलब्धि को पूरा करना है. मुझे उम्मीद है कि मैं हर क्षमता में भारतीय क्रिकेट के विकास में योगदान देना जारी रखूंगा.’ ओझा ने आईपीएल में 92 मैचों में 89 विकेट लिए हैं.