India vs Australia 2nd Test, Cricket Ball Price : भारतीय क्रिकेट टीम अब 17 फरवरी से दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेलेगी. अनुभवी ओपनर रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेल रही टीम इंडिया ने शुरुआती टेस्ट मैच जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी है. अब दिल्ली टेस्ट जीतकर मेजबान टीम इस बढ़त को दोगुना करना चाहेगी. नागपुर में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में तो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए, जो भारतीय गेंदबाजों के सामने जरा भी नहीं टिक पाए. अब देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली में मैच का रोमांच कैसा रहता है. 


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दुनियाभर में खेला जा रहा है क्रिकेट


क्रिकेट का बोलबाला अब कुछ ही देशों तक सीमित नहीं रह गया है, इस खेल को दुनियाभर में खेला और पसंद किया जा रहा है. भारत में तो क्रिकेट को एक अलग धर्म की तरह ही कुछ लोग मानते हैं. फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को भगवान का दर्जा देते हैं. अपने देश में बड़े क्रिकेटरों का तो जलवा ही अलग होता है. लीग क्रिकेट आने से छोटे क्रिकेटरों के पास बड़ा नाम बनाने के भी शानदार मौके हो गए हैं. क्रिकेट आज गलियों से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियमों में खेला जा रहा है. अब क्रिकेट को इतना पसंद किया जाता है तो इसमें इस्तेमाल होने वाले बल्ले और गेंद की बिक्री भी बढ़ गई है. 


कई तरह की गेंद होती हैं इस्तेमाल


अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट देखने और जानने-समझने वाले लोगों को ये बात अच्छे से पता है कि इस खेल को मुख्य तौर पर 3 फॉर्मेट में खेला जाता है- टेस्ट, वनडे और टी20. टेस्ट फॉर्मेट में मुकाबला 5 दिन का होता है जिसमें 2-2 पारी खेली जा सकती हैं. वनडे में दोनों टीमों के पास एक-एक पारी होती है जबकि टी20 मैच अधिकतम 20-20 ओवर का होता है. टेस्ट में रेड बॉल (Red Ball) का इस्तेमाल होता है. वनडे और टी20 मैच सफेद टर्फ गेंद से खेला जाता है. अब टेस्ट मैच में डे-नाइट फॉर्मेट के लिए पिंक बॉल भी इस्तेमाल की जा रही है.


किन कंपनी की होती है गेंद?


फॉर्मेट के आधार पर मुकाबलों में अलग-अलग गेंद का इस्तेमाल होता है. टेस्ट फॉर्मेट में लाल, टी-20 या वनडे में सफेद लेदर बॉल का इस्तेमाल होता है. डे-नाइट फॉर्मेट में टेस्ट मैच अब पिंक बॉल से खेले जा रहे हैं. यह फॉर पीस लेदर बॉल होती है, जो 2 पीस से अलग है. यह 2 पीस गेंद की तुलना में महंगी भी होती है. कुछ देश अलग-अलग कंपनियों की गेंद का इस्तेमाल करते हैं. आमतौर पर टी20 और वनडे में कूकाबुरा की टर्फ वाइट बॉल इस्तेमाल की जाती है. कुछ जगहों पर एसजी और ड्यूक का इस्तेमाल भी किया जाता है.


एक गेंद की कीमत?


यह बात बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि एक गेंद की कीमत क्या होती है. बात करें कूकाबुरा की टर्फ वाइट बॉल की कीमत की, जो वनडे और टी20 में इस्तेमाल होती है, तो यह करीब 15 हजार रुपये में खरीदी जा सकती है. हालांकि अलग-अलग वेबसाइट पर इसकी कीमत में थोड़ा अंतर देखने को मिलता है, फिर भी 13 से 17 हजार रुपये तक के बीच ही इसे लिया जा सकता है. एसजी समेत अलग-अलग कंपनियों की गेंद भी इसी रेंज में मिल जाती हैं. रेड लेदर बॉल की कीमत 3-4 हजार से शुरू होती है. यह भी अलग-अलग कंपनी के हिसाब से होती है. बात करें कि दिल्ली में होने वाले टेस्ट मैच की गेंद की तो यह भी रेड लेदर बॉल होगी. ऐसे में कीमत करीब 4 हजार रुपये ही हो सकती है. एसजी कंपनी की गेंद फिलहाल भारत में करीब 3500 रुपये में खरीदी जा सकती है. हालांकि कूकाबुरा की रेड टर्फ बॉल थोड़ी महंगी आती है जिसकी कीमत भारत में 15 हजार तक हो सकती है.


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