Indian Cricket: `मैं उसे ऐसे नहीं जाने देता...`, अश्विन पर कपिल देव के कमेंट से क्रिकेट जगत में मचा तहलका
पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव इस बात से खुश नहीं हैं कि स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उचित विदाई लिए बिना ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
Kapil Dev comment on Ashwin Retirement: पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव इस बात से खुश नहीं हैं कि स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उचित विदाई लिए बिना ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया. उन्होंने कहा कि मैं उसे बहुत सम्मान और खुशी के साथ भेजता. गौरतलब है कि स्टार भारतीय स्पिनर से ब्रिस्बेन में भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच के तुरंत बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की. अश्विन चेन्नई में अपने घर भी पहुंच चुके हैं, जहां उनका परिवार के लोगों और पड़ोसियों ने जोरदार स्वागत किया.
कपिल देव ने क्या कहा?
ANI पर पोस्ट किए गए वीडियो में कपिल देव ने कहा, 'अगली पीढ़ी को हमसे बेहतर होना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो दुनिया आगे नहीं बढ़ पाएगी. हमने कभी नहीं सोचा था कि कोई सचिन तेंदुलकर या सुनील गावस्कर के करीब भी आएगा...' अश्विन के रिटायरमेंट पर कपिल देव ने कहा, 'अश्विन चला गया. काश मैं वहां होता, तो मैं उसे ऐसे नहीं जाने देता. मैं उसे बहुत सम्मान और खुशी के साथ विदा करता.'
अश्विन के शानदार करियर का अंत
अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लेकर अपना करियर समाप्त किया, जिससे वह भारत के लिए अनिल कुंबले के 619 विकेटों के बाद सर्वकालिक विकेट लेने वालों की सूची में सातवें स्थान पर हैं. 500 से अधिक विकेट लेने वाले 9 गेंदबाजों में उनका 50.73 का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा है, जबकि उनका 24 का गेंदबाजी औसत तीसरे स्थान पर है. उन्होंने 37 बार एक टेस्ट पारी में पांच या उससे अधिक विकेट हासिल किए. यह संख्या केवल मुथैया मुरलीधरन से बेहतर है, जिन्होंने 67 बार यह उपलब्धि हासिल की थी. शेन वार्न ने भी 37 मौकों पर यह उपलब्धि हासिल की थी. अश्विन ने 8 बार एक टेस्ट मैच में दस या उससे अधिक विकेट भी लिए हैं, जो कुंबले के साथ भारतीय गेंदबाजों में सबसे अधिक है.
BGT पर बोले कपिल देव
वर्तमान भारतीय क्रिकेट टीम के बारे में पूर्व क्रिकेटर कपिल देव ने कहा, 'उन्होंने (भारत) पहला टेस्ट बहुत अच्छा खेला और दूसरा टेस्ट, तीसरा टेस्ट बहुत खराब खेला. इसके अलावा, उन्हें कुछ दिक्कतें भी हैं. वे फिर से बच गए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. अभी दो और टेस्ट मैच होने हैं. आपको सकारात्मक सोचना होगा और इस टेस्ट मैच से आप और क्या सकारात्मकता ले सकते हैं, इस पर विचार करना होगा. मुझे लगता है कि अगले टेस्ट के लिए आपको सकारात्मक सोचना होगा...'