Team India Cricketer: जब करुण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में तिहरा शतक जड़ा था, तब ऐसा लग रहा था कि करुण नायर लंबी रेस का घोड़ा हैं, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला. तिहरे शतक बनाने के बाद वो अच्छा प्रदर्शन करने में सफल नहीं हो सके, इसलिए उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. करुण नायर ने अपना टेस्ट डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ नवंबर 2016 में किया था और उसके बाद वो आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2017 में खेलते हुए दिखाई दिए थे. उन्होंने अपने करियर में मात्र 6 टेस्ट मैच ही खेले हैं और 62.33 की औसत के साथ 374 रन बनाए हैं. टेस्ट में उनका हाई स्कोर 303 रन है. 


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टीम इंडिया में वापसी के लिए तरस रहा ये स्टार खिलाड़ी


अभी तक अलग-अलग तरह की चुनौतियों का सामना करने वाले भारतीय बल्लेबाज करुण नायर अपने करियर को नई दिशा देना चाहते हैं, लेकिन वह बहुत आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे वह एक स्थिति में फंस सकते हैं. करुण को भारत की तरफ से मैच खेले हुए सात साल हो गए हैं, लेकिन उन्होंने पिछले एक साल में कुछ पुराना जलवा दिखाया है. इस बल्लेबाज ने इस दौरान विदर्भ और इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में नॉर्थम्पटनशर की तरफ से कुछ उपयोगी पारियां खेली.


हर मौके को नए अवसर के रूप में देख रहा


करुण नायर ने कहा,‘आपको कड़ी मेहनत करने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा. सब कुछ अगले मैच से जुड़ा होता है और मैं बहुत आगे के बारे में नहीं सोच रहा हूं क्योंकि कभी-कभी आप यह सोचकर फंस जाते हैं कि आगे क्या होने वाला है. मैंने पिछले एक साल में सभी प्रारूपों में काफी रन बनाए हैं. मैं हर मौके पर वही करने की कोशिश कर रहा हूं जो मैं पिछले एक साल से करता आ रहा हूं. मैं हर मौके को नए अवसर के रूप में देख रहा हूं.’


83 की औसत से 249 रन बनाए


करुण नायर के करियर में सकारात्मक बदलाव का पहला संकेत तब मिला जब उन्हें 2023 की शुरुआत में नॉर्थम्पटनशर की तरफ से खेलने का मौका मिला. करुण नायर ने तब तीन मैच में 83 की औसत से 249 रन बनाए, जिसमें चैंपियन सरे के खिलाफ शतक भी शामिल था. इस साल उन्होंने काउंटी क्रिकेट में सात मैच में 49 के औसत से 487 रन बनाए जिसमें एक शतक शामिल है.


इंग्लैंड में जाकर रन बनाना आसान नहीं


करुण नायर ने कहा, ‘हर कोई जानता है कि भारतीय बल्लेबाजों के लिए इंग्लैंड में जाकर रन बनाना आसान नहीं होता है. इसलिए मैंने एक बल्लेबाज के रूप में खुद को समझने, रन बनाने के तरीके ढूंढने और खुद पर विश्वास करने के बारे में बहुत कुछ सीखा है. ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो मैंने इंग्लैंड में सीखी हैं.’