T20 World Cup: पाकिस्तान को सता रहा टीम इंडिया के इस खिलाड़ी का डर, बताया टी20 वर्ल्ड कप में सबसे बड़ा खतरा
T20 World Cup 2022: ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने एक खिलाड़ी को टी20 क्रिकेट में सभी टीमों के लिए बड़ा खतरा बताया है. ये खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में जमकर रन बना रहा है.
T20 World Cup 2022 Matthew Hayden: टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) के सेमीफाइनल मैच 9 नवंबर से खेले जाएंगे. इन बड़े मुकाबलों से पहले ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन (Matthew Hayden) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने टीम इंडिया के एक खिलाड़ी को टी20 क्रिकेट में सबसे बड़ा खतरा बताया है. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन का मानना है कि टी20 क्रिकेट में हमेशा ताकत ही काम नहीं आती, चारों तरफ शॉट खेलने की अपनी क्षमता भी आपको एक बड़ा खतरा साबित करती है.
इस खिलाड़ी को बताया सबसे बड़ा खतरा
क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज जैसी टीम के पावर हिटर का दबदबा रहा है लेकिन हेडन ने सूर्यकुमार यादव को टी20 क्रिकेट में सभी टीमों के लिए बड़ा खतरा बताया है. पाकिस्तान टीम के मौजूदा मार्गदर्शक (मेंटर) हेडन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार को होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से पहले कहा, 'टी20 क्रिकेट में पावर खेल पर अब भी काम चल रहा है. अगर आप अब तक टूर्नामेंट को देखें तो मुझे लगता है कि उपमहाद्वीप के खिलाड़ी, सूर्यकुमार जैसे खिलाड़ी जो बीच के ओवरों से अंतिम ओवरों तक खूबसूरत खेल दिखा रहे हैं, उनमें चारों तरफ शॉट खेलने की क्षमता है और अपने खेल में नयापन लाकर वे खतरा बन गए हैं.'
मैथ्यू हेडन ने जमकर की तारीफ
सूर्यकुमार यादव साल 2022 में टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में 1000 से ज्यादा रन बना चुके हैं. उन्होंने हाल ही में जिंबाब्वे के खिलाफ सिर्फ 25 गेंद में नाबाद 61 रन की पारी खेलकर एमसीजी में मौजूद लगभग 82 हजार दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया. उन्होंने इस दौरान कुछ गैरपारंपरिक शॉट भी खेले. हेडन ने कहा, 'इसलिए यह हमेशा ताकत से जुड़ा मामला नहीं है. काफी मैच करीबी रहे हैं. मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट में काफी टीम इसलिए बनी हुई हैं क्योंकि उन्होंने विकेट बचाने और खेल के नयापन लाने के बाद संतुलन बनाया है.'
इस खास प्लान से करते हैं बल्लेबाजी
सूर्यकुमार यादव ने हाल ही में अपनी बल्लेबाजी पर कहा था कि, 'आपको यह जानना होता है कि गेंदबाज उस समय क्या सोच रहा है. तब मैं खुद पर भरोसा करता हूं. आपको पता होता है कि सीमा रेखा कितनी दूर है. जब मैं क्रीज पर होता हूं तो मुझे लगता है कि यह केवल 60-65 मीटर दूर है तथा गेंद की तेजी को भांपकर मैं सही टाइमिंग से शॉट लगाने की कोशिश करता हूं. मैं गेंद को बल्ले के स्वीट स्पॉट पर लेने की कोशिश करता हूं और अगर वह सही तरह से हिट होती है तो सीमा रेखा के बाहर चली जाती है.'
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