Karnataka vs Puducherry, Ranji Trophy: भारत ने विश्व क्रिकेट को बहुत से ऐसे खिलाड़ी दिए जिन्होंने इतिहास रचा. कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो कुछ ही मैच खेलकर फिर एक मौके को तरसते रहे. इसी बीच एक ऐसा खिलाड़ी भी है जिसने चार साल पहले टेस्ट डेब्यू किया लेकिन अभी तक केवल 21 ही मैच खेल पाया. अब वह रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में अपनी टीम की कप्तानी संभाल रहा है.


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रणजी ट्रॉफी में कमाल दिखा रहे मयंक


भारतीय क्रिकेटर मयंक अग्रवाल रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उन्होंने साल 2018 में टेस्ट डेब्यू किया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में अपना पहला मैच खेला. उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में दोहरा शतक भी जड़ा लेकिन अब उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे करीब-करीब बंद हैं. उन्होंने अभी तक 21 टेस्ट मैचों में 4 शतक और 6 अर्धशतकों की मदद से 1488 रन बनाए हैं. 


मयंक अग्रवाल ने जड़ा पचासा


मयंक अग्रवाल की कप्तानी वाली टीम कर्नाटक ने पुडुचेरी को रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-सी मैच में पारी और 7 रन से मात दी. बेंगलुरु में खेले गए इस मैच में पुडुचेरी की टीम दोनों पारियों में मिलाकर भी 300 रन का आंकड़ा नहीं छू पाई. कर्नाटक के लिए ओपनर रविकुमार समर्थ ने शतक जमाया. वहीं, मयंक अग्रवाल ने 51 रनों की शानदार पारी खेली. 


कर्नाटक ने पारी और 7 रन से जीता मैच


पुडुचेरी के खिलाफ कर्नाटक ने महज एक पारी खेलकर ही जीत दर्ज की. कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल ने टॉस जीता और पुडुचेरी को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. पुडुचेरी की पहली पारी सिर्फ 170 रन पर सिमटी. इसके बाद कर्नाटक ने रविकुमार समर्थ (137) और कप्तान मयंक अग्रवाल (51) के दम पर अपनी पहली पारी में 304 रन बनाए. पुडुचेरी के लिए अंकित शर्मा ने 6 विकेट झटके. पुडुचेरी की टीम दूसरी पारी में 43 ओवर में 127 रन पर ऑलआउट हो गई. कर्नाटक के लिए रोनित मोरे ने 4 विकेट लिए. कर्नाटक ने इस तरह पारी और 7 रन से जीत दर्ज की.


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