Mohammed Siraj का सपना, टीम इंडिया के लिए करना चाहते हैं ये बड़ा कारनामा
मोहम्मद सिराज ने बताया कि उन्होने एक सपना देखा है कि वो भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाला गेंदबाज बने.
नई दिल्ली: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) क्रिकेट जगत के सबसे उभरते हुए खिलाड़ियों में से एक हैं. सिराज कड़ी मेहनत करने और मौकों का फायदा उठाने के लिए अब एकदम तैयार हैं. सिराज ने बताया कि उन्होने एक सपना देखा है कि वो भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाला गेंदबाज बने.
बुमराह-इशांत को दिया श्रेय
इस 27 वर्षीय तेज गेंदबाज ने नवंबर 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में पदार्पण के बाद से अब तक भारत के लिए पांच टेस्ट, एक वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं. आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) की ओर से खेलने वाले सिराज ने कहा कि वह तीनों प्रारूपों में खेलना चाहते हैं और अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने साथी तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और ईशांत शर्मा को दिया है. सिराज (Mohammed Siraj) ने कहा, 'मैं जब भी गेंदबाजी करता था तो जसप्रीत बुमराह मेरे पीछे खड़े रहते थे. उन्होंने मुझे कहा कि अपने बेसिक्स पर कायम रहो और कुछ अतिरिक्त करने की जरूरत नहीं है. उनके जैसे अनुभवी खिलाड़ी से सीखना अच्छा रहा.'
सिराज ने बताया अपना सपना
सिराज (Mohammed Siraj) ने आगे कहा, ‘मैं इशांत शर्मा के साथ भी खेला हूं, वह 100 टेस्ट खेले हैं. उनके साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करके अच्छा महसूस किया. मेरा सपना भारत के लिए सबसे अधिक विकेट चटकाने वाला गेंदबाज बनना है और जब भी मुझे मौका मिलेगा मैं कड़ी मेहनत करूंगा.' अब तक 35 आईपीएल मैचों में 39 विकेट चटकाने वाले सिराज ने कहा कि जब वह पहली बार टीम से जुड़े थे तो उनका मनोबल गिरा हुआ था लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन के बाद वह आत्मविश्वास से भर गए.
सिराज ने ऑस्ट्रेलिया में किया कमाल
पिछले साल दिसंबर में आस्ट्रेलिया में डेब्यू करने वाले सिराज (Mohammed Siraj) अच्छी लय में हैं. सिराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की जीत में बड़ा रोल निभाया. उन्होंने इस सीरीज में एक पारी में 5 विकेट भी हासिल किए. यह दौरा सिराज के लिए काफी भावनात्मक भी रहा था क्योंकि इस दौरे के दौरान उनके पिता का निधन भी हो गया था. बता दें कि सिराज को एक अच्छा खिलाड़ी बनाने में उनके पिता का मुख्य हाथ था.