IND vs SL: कप्तान दिनेश चांडीमल ने अपने बल्लेबाजों पर फोड़ा हार का ठीकरा
श्रीलंकाई कप्तान ने आशा जताई है कि टीम के युवा खिलाड़ी अच्छी वापसी करेंगे.
नागपुर: श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान दिनेश चांडीमल ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मिली हार का दोष खराब बल्लेबाजी को दिया. विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में सोमवार को खेले गए इस मैच में भारत ने श्रीलंका को एक पारी, 239 रनों से हराया. चांडीमल ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि उनकी टीम ने इस मैच की शुरुआत के पहले दिन से ही खराब प्रदर्शन किया. मैच के बाद चांडीमल ने कहा, "टॉस जीतना सही था, लेकिन दुर्भाग्य से हम पहले दिन से ही खराब खेलते आ रहे थे. हमारी बल्लेबाजी ने हमें बहुत निराश किया."
चांडीमल ने कहा, "जब आप भारत के खिलाफ खेल रहे होते हैं, तो आपको 350 से अधिक रन बनाने की जरूरत होती है. यहां आने से पहले ही हमने अपने खेल को लेकर योजना बना ली थी. हमने खिलाड़ियों को कहा था कि एक बार शुरुआत करने के बाद लय को बनाए रखना है." श्रीलंकाई कप्तान ने आशा जताई है कि टीम के युवा खिलाड़ी अच्छी वापसी करेंगे. चांडीमल ने गेंदबाजों की प्रशंसा करते हुए कहा, "इस विकेट पर पहले दिन बल्लेबाजी करना अच्छा था. हमारी टीम के गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अगर आपके पास अच्छा स्कोर नहीं है, तो केवल गेंदबाजी ही जीत नहीं दिला सकती."
कोहली की चेतावनी! दक्षिण अफ्रीका दौरे पर 'विराट' रुख अपनाएगी टीम इंडिया
आक्रामक बल्लेबाजी के लिये मशहूर भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर नतीजे अपने पक्ष में करने के लिये टीम के खिलाड़ियों को आक्रमक रवैया अपनाना होगा. श्रीलंका के खिलाफ सोमवार (27 नवंबर) को खत्म हुये दूसरे टेस्ट मैच में आक्रमक रवैया का परिचय देते हुये उन्होंने 267 गेंद में 213 रन की पारी खेलकर टीम को बड़े स्कोर तक ले गये. कोहली के दोहरे शतक और मुरली विजय, चेतेश्वर पुजार तथा रोहित शर्मा के शतकों के दम पर भारत ने विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद यह सुनिश्चित किया कि गेंदबाजों के पास श्रीलंका को आल आउट करने का पूरा समय हो. भारत ने मैच को पारी और 239 रन के बड़े अंतर से मैच अपने नाम किया.
मैच के बाद कोहली ने कहा, ‘मैं अपनी शैली में बल्लेबाजी करना चाहता था. मैं तेजी से रन बनाकर गेंदबाजों को पूरा समय देना चाहता था ताकि वे श्रीलंका की पारी को समेट सके.’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘हमें विदेशों में ऐसे भी ऐसा रूख अख्तियार करना होगा, इसलिये मैं यहां ऐसा करना चहता था. मैं हमेशा बड़े शतक बनाकर अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहता हूं ताकि टीम को इसका फायदा हो सके. शतक बनाने के बाद जब आप एकाग्रता खोते है तो एक-दो विकेट जल्दी गिर सकते है. मैं इस तरीके से सोचता हूं कि नये बल्लेबाज की तुलना में क्रीज पर टिका हुआ बल्लेबाज आसानी से शॉट खेल सकता है और मेरी फिटनेस ने लंबी पारी खेलने में मदद की.’