Pak Vs Eng Karachi Test Match: टीम इंडिया के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से परेशान करने वाले एक युवा 19 साल के खिलाड़ी ने अपने जीवन से जुड़ा बेहद ही दुखद वाकया फैंस से शेयर किया है. इस खिलाड़ी ने 3 साल पहले इंटरनेशनल डेब्यू मैच खेला था. इस खिलाड़ी ने बताया कि जब उनका इंटरनेशनल करियर में डेब्यू हुआ, तो यह मैच उनकी मां नहीं देख सकीं थी. उन्होंने एक दिन पहले ही अपनी मां को खो दिया था. 


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इस खिलाड़ी ने सुनाई अपनी दर्द भरी कहानी


पाकिस्तान क्रिकेट टीम के युवा तेज गेंदबाज नसीम शाह (Naseem Shah) महज 16 साल की उम्र में ही पूरी दुनिया में नाम कमा चुके हैं. नसीम शाह ने नवंबर 2019 में पाकिस्तान के लिए टेस्ट मैच से डेब्यू किया था. तब नसीम की उम्र महज 16 साल थी. किसी भी खिलाड़ी के लिए यह दिन सबसे खुशी का दिन होता है लेकिन नसीम के साथ ऐसा नहीं था. उन्होंने इस मैच से पहले अपनी मां को खो दिया था. नसीम शाह ने खुद अपने जीवन की ये दर्द भरी कहानी सुनाई है. 


एक दिन पहले ही मां से फोन पर की बात 


स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट के लिए नासिर हुसैन के साथ एक इंटरव्यू में अपने करियर के शुरुआती दिनों को याद करते हुए नसीम शाह (Naseem Shah) ने कहा, 'मैं अपनी मां के बेहद करीब था. जब मैं 12 साल का था, तो क्रिकेट के लिए घर छोड़कर लाहौर शिफ्ट हो गया था. जब मेरा डेब्यू होने वाला था, तब एक दिन पहले मैंने मां का फोन आया था. मैंने मां से कहा था कि कल मेरा डेब्यू मैच है. मगर मैंने मां से कहा कि आप कल टीवी देखना, क्योंकि मैं खेल रहा हूं. मैं टीवी पर लाइव दिखाई दूंगा.' 


मैच वाले दिन मिली ये दुखद खबर


नसीम शाह (Naseem Shah) ने इंटरव्यू में आगे कहा, 'मेरी मां ने कहा था कि वह टीवी पर मैच देखने के लिए लाहौर आएंगी, लेकिन जब मैं अगली सुबह उठा, तो टीम मैनेजमेंट ने मुझे बताया कि आपकी मां का निधन हो गया है.' हालांकि इस खबर के बाद भी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू मैच खेला था, जिसमें उन्होंने डेविड वॉर्नर जैसे धाकड़ बल्लेबाज का विकेट भी हासिल किया था. नसीम शाह ने पाकिस्तान के लिए अभी तक 14 टेस्ट मैच, 3 वनडे और 16 टी20 मैच खेले हैं.  


6-7 महीने तक डिप्रेशन में रहे 


नसीम शाह (Naseem Shah) मां की मौत के बाद बुरी तरह से टूट गए थे. उन्होंने कहा, 'अगले 6 से 8 महीने तक मैंने काफी संघर्ष किया. मुझे मेरी मां हर तरफ दिखाई देती थी. मैं दवाइयों का आदी हो गया था. मैं अपनी मां के बारे में काफी सोचा करता था. जब आप पाकिस्तान के लिए खेलते हैं, तो सभी लोग आपसे प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं. ऐसे में यह समय मेरे लिए काफी मुश्किल रहा था. इससे मैंने काफी कुछ सीखा है. मैं अब मजबूत बन गया हूं.' 


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