Ben Stokes: इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज बेन स्टोक्स ने 31 साल की छोटी उम्र में ही वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया, जिसको लेकर अब चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स के वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने का मुख्य कारण शारीरिक थकावट है, क्योंकि ऑल-फॉर्मेट क्रिकेट बहुत ज्यादा खेले जा रहे हैं. 31 वर्षीय स्टोक्स ने इस सोमवार को घोषणा की थी कि वह डरहम के चेस्टर-ले-स्ट्रीट में अपने घरेलू मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार के मैच के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे.


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31 की उम्र में स्टोक्स को वनडे से क्यों लेना पड़ा संन्यास?


बेन स्टोक्स ने साल 2011 में आयरलैंड के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया और 105 वनडे मैचों में 38.98 के औसत से 2924 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और 21 अर्धशतक शामिल हैं. 42.39 की औसत से 74 विकेट लिए हैं. उन्होंने पिछली गर्मियों में पाकिस्तान के खिलाफ 3-0 से सीरीज जीत के दौरान टीम की कप्तानी की थी.


सामने आई ये चौंकाने वाली वजह


मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने विदाई वनडे मैच में इंग्लैंड के 62 रनों की हार में ऑलराउंडर सिर्फ पांच रन ही बना सके और विकेट भी नहीं ले सके. हुसैन ने कहा कि स्टोक्स का 50 ओवर से संन्यास लेने का फैसला मुख्य रूप से शारीरिक थकावट है. कार्यभार प्रबंधन दुनिया भर के क्रिकेटरों के लिए एक प्रमुख मुद्दा बन गया है और भले ही स्टोक्स ने टेस्ट टीम को लगातार चार जीत दिलाई, लेकिन वह परेशान दिख रहे हैं.


हुसैन ने कहा कि टी20 क्रिकेट की आकर्षक प्रकृति और टेस्ट क्रिकेट के आकर्षण को देखते हुए खिलाड़ी बस दो प्रारूपों में ही खेलना चाहते हैं, यह कहते हुए कि स्टोक्स का वनडे मैच छोड़ने का फैसला क्रिकेट प्रशासकों के लिए अच्छा होना चाहिए.



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