Fireworks in Wankhede Stadium, IND vs SL : भारत और श्रीलंका के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में गुरुवार 2 नवंबर को वनडे विश्व कप (ODI World Cup-2023) का मुकाबला खेला जाना है. इस मुकाबले में जीत दर्ज करते ही रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी वाली टीम इंडिया वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल का टिकट पक्का कर लेगी. इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बड़ा फैसला लिया है.


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नहीं होगी आतिशबाजी


भारतीय टीम अगर श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंच जाती है, तो भी वानखेड़े स्टेडियम में आतिशबाजी नहीं होगी. इस मैच के दौरान और बाद में भी स्टेडियम में मौजूद दर्शक आतिशाबाजी का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे. सिर्फ मुंबई ही नहीं, बल्कि दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में होने वाले मुकाबलों में भी ऐसा ही होगा. दोनों शहरों के खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के कारण बीसीसीआई ने ये बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली में वर्ल्ड कप का अगला मुकाबला 6 नवंबर को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच होना है. इस मैच में भी कोई आतिशबाजी नहीं होगी.


बीसीसीआई का बड़ा फैसला


मुंबई और दिल्‍ली में वायु प्रदूषण की खराब हालत को देखते हुए बीसीसीआई ने फैसला लिया है. वर्ल्‍ड कप के दौरान इन शहरों में होने वाले मैचों में आतिशबाजी नहीं होगी. बीसीसीआई सचिव जय शाह (Jay Shah) ने बयान में कहा, 'हम आईसीसी वर्ल्‍ड कप को शानदार तरीके से मनाना तो चाहते हैं लेकिन इसके साथ ही लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा को लेकर भी प्रतिबद्ध हैं. इस कारण प्रदूषण की खराब की स्थिति को देखते हुए हमने आईसीसी के समक्ष इस मुद्दे को उठाया. ये फैसला लिया गया कि मुंबई व दिल्‍ली में आयाजित होने वाले मैचों में आतिशबाजी नहीं होगी. पर्यावरण के मुद्दे पर बोर्ड हमेशा अपने फैंस और स्‍टेकहोल्‍डर्स के हितों को प्राथमिकता देता है.'


हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान


बता दें कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को मुंबई और उसके उपनगरों में गिरती वायु गुणवत्ता और बढ़ते वायु प्रदूषण से चिंताओं पर स्वत: संज्ञान लिया. मुख्य न्यायाधीश देवेन्द्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर की खंडपीठ ने कई समाचार पत्रों की रिपोर्टों का हवाला दिया, जो इस मेट्रो सिटी में एक्यूआई में तेजी से गिरावट का संकेत दे रही हैं. मंगलवार को मुंबई में एक्यूआई स्तर 172 था जबकि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में ये 260 के खतरनाक स्तर तक पहुंच गया था. दिल्ली में भी एक्यूआई लगातार बढ़ रहा है.